क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

इराक़ में पीएम हैदर अल अबादी के शिया विरोधी 'जीत की ओर'

इराक़ के प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी के शिया प्रतिद्वंद्वियों ने शनिवार को हुए संसदीय चुनावों में बड़ी बढ़त हासिल कर ली है.

आधे से ज़्यादा वोटों की गिनती किए जाने तक मुस्लिम धार्मिक नेता मुक्तदा अल-सद्र और एक अन्य मिलिशिया नेता की अगुवाई वाला फ़्रंट सबसे ज़्यादा वोट हासिल करने वाला गुट बन गया है.चुनाव अधिकारियों के अनुसार, हैदर अल-अबादी तीसरे नंबर पर हैं.

 

By BBC News हिन्दी
Google Oneindia News
Iraq
Getty Images
Iraq

इराक़ के प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी के शिया प्रतिद्वंद्वियों ने शनिवार को हुए संसदीय चुनावों में बड़ी बढ़त हासिल कर ली है.

आधे से ज़्यादा वोटों की गिनती किए जाने तक मुस्लिम धार्मिक नेता मुक्तदा अल-सद्र और एक अन्य मिलिशिया नेता की अगुवाई वाला फ़्रंट सबसे ज़्यादा वोट हासिल करने वाला गुट बन गया है.

मुक्तदा अल सद्र
Reuters
मुक्तदा अल सद्र

चुनाव अधिकारियों के अनुसार, हैदर अल-अबादी तीसरे नंबर पर हैं.

पिछले साल जब इराक़ सरकार ने तथाकथित चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट पर जीत की घोषणा की थी, उसके बाद इराक़ में ये पहला आम चुनाव है.

Iraq
Reuters
Iraq

चुनाव के नतीजों की आधिकारिक घोषणा सोमवार देर शाम तक की जाएगी.

सबसे कम मतदान

इराक़ के 18 प्रांतों में कुल 329 संसदीय सीटों पर शनिवार को चुनाव हुआ था. इस चुनाव में महज़ 44.5% मतदान हुआ जो इराक़ में हुए चुनावों में ऐतिहासिक रूप से सबसे कम है.

चुनावी रुझानों से लगता है कि इराक़ के लोगों ने विपक्षी उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान किया है.

कुछ रिपोर्टों के मुताबिक़, शिया नेता मुक्तदा अल-सद्र के समर्थकों ने रविवार रात बग़दाद में चुनाव के अंतिम नतीजों की घोषणा होने से पहले ही जश्न मनाना शुरू कर दिया है.

Iraq
Reuters
Iraq

2003 में सद्दाम हुसैन के पतन के बाद मुक्तदा अल-सद्र एक लोकप्रिय नेता के तौर पर उभरे. ख़ासतौर पर बग़दाद के ग़रीब इलाक़ों में बसे नौजवानों पर उनकी मज़बूत पकड़ है.

रिपोर्टों के मुताबिक़, अनुभवी मिलिशिया नेता हादी अल-अमीरी के नेतृत्व वाला ग्रुप दूसरे स्थान पर है.

जानकारों की मानें तो शिया नेतृत्व वाली हैदर अल-अबादी सरकार की इस्लामिक स्टेट पर जीत और इराक़ में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था बहाल करने के लिए तारीफ़ होती रही है.


'इराक़ियों का डर'

लेबनान की राजधानी बेरुत में मौजूद बीबीसी संवाददाता मार्टिन पेशेंस का कहना है कि कई इराक़ी लोगों में सरकार में व्यापक भ्रष्टाचार और कमज़ोर अर्थव्यवस्था को लेकर भ्रम की स्थिति है.

हैदर अल अबादी
Getty Images
हैदर अल अबादी

अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के 'ईरान परमाणु समझौते' से बाहर निकलने के फ़ैसले के एक दिन बाद ये चुनाव कराया गया था.

ऐसे में कुछ इराक़ियों में ये डर भी है कि अमरीका और ईरान के बीच किसी भी तरह के संघर्ष का गंभीर असर उनके देश पर भी पड़ सकता है.

https://twitter.com/martinpatience/status/995607702213742596

मार्टिन ने इराक़ चुनाव में हुए कम मतदान को लेकर अपने एक ट्वीट में लिखा है कि इराक़ थक चुका है और लोगों को अब अपने नेताओं पर बहुत कम भरोसा बचा है और शायद इसमें हैरान होने वाली कोई बात भी नहीं है.

BBC Hindi
Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
English summary
PM Haider al Awadi anti Shia victory in Iraq
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X