इंडोनेशिया- लॉयन एयर जेट के पायलट ने भेजा था अलर्ट मैसेज लेकिन वापस लौटने से किया था इनकार!
जकार्ता। सोमवार को इंडोनेशिया के लॉयन एयर का जो जेट क्रैश हुआ है, उसके पायलट ने टेक ऑफ करने के कुछ मिनटों बाद एक रेडियो अलर्ट मैसेज भेजा था। हालांकि यह अलर्ट मैसेज रविवार को बाली से टेक ऑफ करने के बाद भेजा गया था। इस मैसेज के बाद पायटल को जो निर्देश मिले उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। यही प्लेन फिर जकार्ता के लिए रवाना हुआ और सोमवार को क्रैश हो गया। क्रैश्ा में जेट पर सवार सभी 189 लोगों की मौत हो गई। इंडोनेशिया के एयर अथॉरिटी चीफ हेरसन की ओर से यह जानकारी न्यूज एजेंसी रायटर्स को दी गई है। हेरसन बाली-नुसा टेंगारा एरिया के एयरपोर्ट अथॉरिटी चीफ हैं। यह भी पढ़ें- लॉयन एयर जेट का ब्लैक बॉक्स मिला, पता चल सकेंगी क्रैश की वजहें
पायलट का अति-आत्मविश्वास
उन्होंने बताया कि पायलट के अलर्ट मैसेज के बाद कंट्रोल टॉवर ने उसे वापस लौटने को कहा लेकिन पायलट ने उस अनुरोध को नहीं माना। पायलट का कहना था कि प्लेन साधारण तरीके से उड़ रहा है और वह एयरपोर्ट वापस नहीं लौटेगा। हेरसन ने कहा, 'कैप्टन को इस बात का पूरा भरोसा था कि वह डेनपसार से जकार्ता तक उड़ान भर सकते हैं।' हेरसन ने फोन पर बात करते हुए यह बात बताई है। वहीं एक और प्लेन जिसने लायॅन एयर जेट से कुछ मिनट पहले ही टेक ऑफ किया था और जो बाली की तरफ आ रहा था, उसे एयरपोर्ट के ऊपर चक्कर लगाने को कहा गया। इस दूसरे प्लेन के पायलट से कहा गया था कि वह लॉयन एयर जेट के पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स के बीच हो रही बातचीत को सुने।
पांच मिनट के अंदर लौटने को कहा गया
पायलट ने बताया कि पैन-पैन कॉल की वजह से हमे होल्ड करने और एयरपोर्ट के ऊपर चक्कर लगाने को कहा गया था। इस पायलट ने अपना नाम बताने से साफ इनकार कर दिया है क्योंकि इसे मीडिया से बात करने को मना किया गया है। पायलट ने बताया, 'लॉयन एयर के पायलट को टेक ऑफ करने के पांच मिनट के अंदर बाली लौटने को कहा गया था लेकिन उस समय पायलट ने जवाब दिया कि समस्या को दूर कर लिया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह जकार्ता की ओर से जा रहे हैं।' पायलट पैन-पैन कॉल्स को किसी इमरजेंसी की सिचुएशन में प्रयग करते हैं।
साल 1997 के बाद सबसे खतरनाक हादसा
रविवार को डेनपसार से जकार्ता तक आ रही फ्लाइट ने रात 10-55 मिनट पर लैंडिंग की। यही जेट बोइंग 737 मैक्स ने अगले दिन यानी सोमवार को सुबह 6:20 मिनट पर जकार्ता से टेक ऑफ किया और इस बार इस जेट को बांग्का द्वीप की ओर रवाना होना था। टेक ऑफ करने के सिर्फ 13 मिनट के अंदर ही यह जेट क्रैश हो गया। क्रैश से पहले पायलट ने एयरपोर्ट की तरफ लौटने की रिक्वेस्ट की थी। लॉयन एयर के प्रवक्ता की ओर से अलर्ट के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से साफ इनकार कर दिया गया है। इंडोनेशिया की इस लो कॉस्ट एयरलाइन के सीईओ एडवर्ड सिरऐत ने कहा है कि डेनपसार से जकार्ता जा रही फ्लाइट में कुछ तकनीकी समस्या थी लेकिन इसे दूर कर लिया गया था। सोमवार को हुए हादसा इंडोनेशिया में साल 1997 के बाद हुआ सबसे खतरनाक हादसा करार दिया जा रहा है। इस हादसे ने इंडोनेशिया में मौजूद हवाई सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।