रिंग ऑफ फायर जापान, जहां भूकंप आना है आम बात
टोक्यो। जापान में पिछले दो दिनों में भूकंप के झटके रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। 24 घंटों में यहां पर करीब 28 से ज्यादा झटके आए हैं। गुरुवार और शनिवार को आए झटकों में 32 लोगों की मौत हो चुकी है तो 800 से ज्यादा लोग घायल हैं।
जापान में इन भूकंप के साथ ही वर्ष 2011 में आई सुनामी की दहशत हर किसी के जेहन में ताजा हो गई। लोग इतने डर गए कि वे अपने घरों से बाहर ही रात बिता रहे हैं।
भूकंप जापान के लिए आम बात
जापान में भूकंप के झटके आना कोई नई बात नहीं है और यहां पर हर कोई इन झटकों के लिए तैयार रहता है। दरअसल जापान रिंग ऑफ फायर की श्रेणी में आता है।
Earthquake in Japan
रिंग ऑफ फायर धरती का वह इलाका होता है जो प्रशांत महासागर के नीचे स्थित है। यहां बड़ी संख्या में भूकंप आते हैं और ज्वालामुखी फटते हैं।
क्या होता है रिंग ऑफ फायर
वीकिपीडिया पर दी गई जानकारी के मुताबिक रिंग ऑफ फायर में कई ऐसी टेक्टॉनिक प्लेट्स भी होती हैं जो भूकंप के लिए जिम्मेदार होती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तो भूकंप के साथ सुनाती आती है। इसके साथ ही ज्वालामुखी भी फटता है जैसा शनिवार को जापान में हुआ।
जापान में चल रहा था रेस्क्यू कि आ गया एक और भूकंप
गुरुवार को जापान में भूकंप से लोगों में दहशत
कौन-कौन से देश
विशेषज्ञों के मुताबिक दुनिया के 90 प्रतिशत भूकंप इसी रिंग ऑफ फायर में आते हैं और इसलिए ही जापान दुनिया का बेहद संवेदनशील देश है। रिंग ऑफ फायर का इलाक 40,000 किमी तक फैला हुआ है। आपको बता दें कि दुनिया में इस समय 75 प्रतिशत ज्वालामुखी इसी रिंग ऑफ फायर में स्थित हैं।
इस रिंग ऑफ फायर में जापान के अलावा रूस, फिलिपींस, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, अंटार्कटिका, कनाडा, अमेरिका, मैक्सिको, ग्वाटेमाला, कोस्टा रिका, पेरू, इक्वाडोर, चिली, बोलिविया जैसे देश आते हैं।