यूएन के प्रतिबंधों के बाद पेट्रोल की कीमतें आसमान पर, 168 रुपए लीटर पहुंचे दाम
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नई दिल्ली। परमाणु बम परीक्षण करने वाले देश नार्थ कोरिया पर यूएन ने तेल उत्पादों की सप्लाई पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के चलते प्योंगयांग में तेल की कीमतें बहुत उपर चली गई हैं। इस समय प्योंगयांग में भारतीय मुद्रा के अनुसार 168 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल की कीमतें पहुंच गई हैं। आपको बता दें कि उत्तर कोरिया का सबसे बड़ा निर्यातक देश चीन है। तेल सप्लाई सीमित होने के बाद कोरिया में तेल के दाम 20 फीसदी तक बढ़े हैं।
आपको बता दे कि नॉर्थ कोरिया अभी तक 6 परमाणु परीक्षण कर चुका है। यहीं नहीं उसने जुलाई में दो अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। जिनकी जद में अमेरिकी धरती भी है। इसके बाद अमेरिका और नॉर्थ कोरिया में लगातार तनाव बढ़ा हुआ है। आपको बता कि नार्थ कोरिया में तेल लीटर के हिसाब से नहीं बेचा जाता है। यहां पर लोग तेल किलोग्राम (1 लीटर= 0.77 किलो) में खरीदते हैं। एक पेट्रोल स्टेशन कर्मचारी के मुताबिक शनिवार को नॉर्थ कोरिया में एक किलोग्राम पेट्रोल की कीमत 2 डॉलर है जबकि कल ये कीमत 1.90 डॉलर पर थी। अगर पेट्रोल की कीमत किलोग्राम में मापी जाए तो ये कीमत बढ़कर 2.59 पहुंच जाती है। इस हिसाब से इस समय नार्थ कोरिया के 168 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।
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चीन ही उत्तर कोरिया का आखिरी व्यापारिक भागीदार, ऊर्जा आपूर्तिकता और राजनयिक सहयोगी है। लेकिन संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के बाद चीन ने शनिवार को उत्तरी कोरिया पर तेल सप्लाई सीमा तय करने का फैसला किया। पहली बार संयुक्त राष्ट्र ने इस तरह की सप्लाई सीमित की है। कोरिया के पास खुद के कुछ हाइड्रोकार्बन भंडार मौजूद हैं, लेकिन मांग के हिसाब से यह काफी नहीं है। उत्तर कोरिया ने पिछले साल चीन से 11.5 करोड़ डॉलर के मूल्य के रिफाइंड तेल उत्पादों का आयात किया है। इसमें पेट्रोल और एयरक्राफ्ट ईंधन शामिल है। रूस से 17 लाख डॉलर का आयात किया गया। नॉटिलस थिंक टैंक की रिपोर्ट के अनुसार, इस आयात पर रोक लगाने का उत्तर कोरिया के आम लोगों पर अत्यंत बुरा असर होगा।