भारत से कहीं ज्यादा जीते हैं चीन के लोग, उम्र में फासले को देखकर हो जाएंगे हैरान
चीनी नागरिकों की जीवन प्रत्याशा में लगातार सुधार हो रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में लोगों की जीवन प्रत्याशा अब 77.93 वर्ष हो गयी है। उच्च-मध्यम वर्ग वाले देशों में यह सबसे अधिक है।
बीजिंग, 05 जुलाईः चीनी नागरिकों की जीवन प्रत्याशा में लगातार सुधार हो रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में लोगों की जीवन प्रत्याशा अब 77.93 वर्ष हो गयी है। उच्च-मध्यम वर्ग वाले देशों में यह सबसे अधिक है। 2019 में यह 76.91 वर्ष थी। वहीं भारत की बात की जाए तो चीन की तुलना में यह बेहद कम है। भारतीय नागरियों की औसत आयु 70 वर्ष है।
जीवन प्रत्याशा बढ़कर हुई 77.93 वर्ष
NHC के योजना विभाग के निदेशक माओ कुनान ने मंगलवार को कहा, "वर्तमान में, चीन की प्रति व्यक्ति जीवन प्रत्याशा बढ़कर 77.93 वर्ष हो गई है, यह मुख्य स्वास्थ्य संकेतक मध्यम और उच्च आय वाले देशों में शीर्ष पर हैं।" पिछले साल जारी एक श्वेत पत्र के अनुसार, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) के शासन की शुरुआत 1949 में 35 साल की तुलना में 2019 में चीनी नागरिकों की जीवन प्रत्याशा बढ़कर 77.3 साल हो गई थी।
हांगकांग में सबसे अधिक जीते हैं लोग
वहीं अगर पूरी दुनिया में सबसे अधिक जीवन प्रत्याशा वाले जगह की बात करें तो इस पर भी चीन से जुड़े हांगकांग का स्थान है। हांगकांग ने 2013 के बाद से ही इस लिस्ट में सर्वोच्च स्थान बनाए रखा है। हांगकांग, जो कि चीन के इस विशेष प्रशासनिक क्षेत्र है, यहां दोनों लिंगों के लिए औसत जीवन प्रत्याशा 85 वर्ष से अधिक है। जापान और मकाऊ भी दुनिया में शीर्ष जीवन प्रत्याशाओं की सूची में आगे हैं। विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में भारत की जीवन प्रत्याशा 70 थी।
बीमारियों से भी कम मर रहे लोग
NHC के योजना विभाग के निदेशक माओ कुनान के अनुसार, चीनी नागरिकों का स्वास्थ्य साक्षरता का स्तर बढ़कर 25.4% हो गया है, और नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम में भाग लेने वाले लोगों का अनुपात 37.2% तक पहुंच गया है। अधिकारी ने कहा कि चीन ने घातक बीमारियों के खिलाफ अपने बचाव को भी मजबूत किया है। उनके मुताबिक चीन में घातक बीमारियों से होने वाली मृत्यु दर वैश्विक औसत से कम है।
चीन ने निकाला ब्लूप्रिंट
बीते मई में चीन ने 2025 तक अपने निवासियों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए अपने पहले पांच साल के ब्लूप्रिंट का अनावरण किया था। चीन की योजना 2025 में औसत जीवन प्रत्याशा को एक और वर्ष बढ़ाकर 78.93 करने और शिशुओं और गर्भवती महिलाओं के लिए मृत्यु दर को कम करने की है। इस योजना ने 2035 तक औसत जीवन प्रत्याशा को बढ़ाकर 80 करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है। यह ब्लूप्रिंट में स्वास्थ्य संबंधी ज्ञान, उचित आहार, राष्ट्रीय फिटनेस, तंबाकू नियंत्रण और शराब प्रतिबंध, मानसिक स्वास्थ्य, स्वस्थ वातावरण आदि को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
समृद्धि बढ़ने से हुआ फायदा
इससे पहले 2021 में मेडिकल जर्नल लैंसेट ने हांगकांग की उच्च जीवन प्रत्याशा पर एक शोध पत्र प्रकाशित किया था। शोध पत्र के मुताबिक हांगकांग की उच्च जीवन प्रत्याशा कम गरीबी का परिणाम है। यहां की समृद्धि बीमारियों को दबा रही है। विकास के साथ आर्थिक समृद्धि और धूम्रपान के निम्न स्तर के एक अद्वितीय संयोजन ने इस उपलब्धि में योगदान दिया है। लैंसेट पेपर के मुताबिक यह एक ऐसा ढांचा प्रदान करता है जिसे विश्व स्तर पर विकासशील और विकसित आबादी में जानबूझकर नीतियों के माध्यम से दोहराया जा सकता है।
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