अमेरिका को मालूम थी भारत के A-SAT टेस्ट की बात, जासूसी की खबरों से किया इनकार
वॉशिंगटन। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका को भारत के मिशन शक्ति की जानकारी थी। पेंटागन ने इसके साथ ही एसैट मिसाइल टेस्ट की जासूसी की बात से साफ इनकार कर दिया है। बुधवार को भारत ने एंटी-सैटेलाइट वेपन, एसैट मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। भारत की एसैट मिसाइल ने लो अर्थ ऑर्बिट (लियो) में 300 किलोमीटर की दूरी पर मौजूए एक पुराने सैटेलाइट को सिर्फ तीन मिनट के अंदर गिरा दिया। ऐसा करने के साथ ही भारत अमेरिका, रूस और चीन के उस एलीट क्लब का हिस्सा बन गया है जिनके पास स्पेस में दुश्मन के निगरानी सैटेलाइट को गिराने की क्षमता है।
पेंटागन ने जारी किया बयान
पेंटागन ने इस बात से साफ-साफ इनकार कर दिया है कि अमेरिका, डियागो गारसिया बेस से अपने सर्विलांस एयरक्राफ्ट की मदद से एसैट मिसाइल की जासूसी कर रहा था। पेंटागन के मुताबिक अमेरिका को भारत के एंटी-सैटेलाइट मिसाइल टेस्ट के बारे में पूरी जानकारी पहले से थी। पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल डेविड ईस्टबर्न ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, 'कोई भी अमेरिकी यंत्र, भारत की जासूसी नहीं कर रहा था। बल्कि अमेरिका हमेशा भारत के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत करने के लिए हाथ बढ़ाता रहेगा।' एयरक्राफ्ट स्पॉट्स जो मिलिट्री एयर मूवमेंट्स पर नजर रखता है, उसने कहा था कि डियागो गारसिया से बंगाल की खाड़ी के लिए उड़ान भरी थी ताकि भारत के एंटी-सैटेलाइट मिसाइल टेस्ट पर नजर रखी जा सके। इसके बाद अमेरिका के एसैट टेस्ट की जासूसी करने की खबरें आई थीं।
क्यों लगे जासूसी के आरोप
हार्वर्ड स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के जियोलॉजिकल साइंटिस्टजोनाथन मैक्डावल ने इस रिपोर्ट के बारे में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इसका अर्थ भारत एवं अमेरिका के बीच समन्वय है। उन्होंने बताया कि इसका मतलब यही है कि अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसी टेस्ट के बारे में पहले से जानता था क्योंकि कुछ हद तक वे भारत की जासूसी कर रहे थे। जोनाथन के मुताबिक 'हर कोई अपने मित्रों और दुश्मनों की जासूसी करता है. आजकल दुनिया ऐसे ही चलती है। लेकिन पेंटागन ने उनके आरोपों को मानने से इनकार कर दिया है। यूएय एयरफोर्स की स्पेस कोर के कमांडश्र लेफ्टिनेंट जनरल डेविड डी थॉमसन ने भी मीडिया को बताया था कि अमेरिका भारत के ए-सैट परीक्षण के बारे में जानता था। यह भी पढ़ें-क्या है लो अर्थ ऑर्बिट यानी लियो जहां भारत ने सिर्फ तीन मिनट में ढेर किया सैटेलाइट