राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अफगानिस्तान से सेनाओं की वापसी के प्लान से नाराज पेंटागन
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान से करीब 7,000 अमेरिकी सैनिकों की वापसी का ऐलान कर दिया है। लेकिन अमेरिकी रक्षा विभाग, पेंटागन राष्ट्रपति के फैसले से सहमत नहीं है। पेंटागन ने अमेरिकी कांग्रेस को बताया है कि वह तालिबान पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर दबाव बनाकर रखना चाहता है। साथ ही साथ अफगानिस्तान में शांति से जुड़े प्रयासों को आगे बढ़ाया जाएगा।
ट्रंप के फैसले से खुश पाकिस्तान
पेंटागन ने इस हफ्ते रणनीति से जुड़े अपने खास दस्तावेजों को अमेरिकी कांग्रेस को सौंपा है। इन दस्तावेजों से साफ है कि पेंटागन, राष्ट्रपति ट्रंप के सेनाओं की वापसी वाली योजना से सहमत नहीं है।अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस और राष्ट्रपति ट्रंप की भी इस मुद्दे पर नहीं बन रही है। मैटिस ने सार्वजनिक तौर पर इस मुद्दे पर ट्रंप से अपने मतभेद जाहिर कर दिए हैं। इस वजह से ही मैटिस ने अमेरिकी रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं पाकिस्तान ने राष्ट्रपति के इस प्लान का स्वागत किया है। पाक की मानें तो ट्रंप का प्लान शांति प्रयासों की दिशा में एक बेहतर कदम है। पेंटागन ने एक कदम आगे जाकर अमेरिकी कांग्रेस को जानकारी दी है कि अमेरिका को न सिर्फ अपनी सेनाएं अफगानिस्तान में रखनी चाहिए बल्कि उसे यहां पर आतंकियों से लड़ते रहना चाहिए।