इंटरनेशनल फ्लाइट को हरी झंडी: भारत-अमेरिका के बीच जुलाई की इस तारीख से शुरू हो सकती हैं यात्री उड़ानें
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के बीच अब जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है। अमेरिकी सरकार के परिवहन विभाग ने शुक्रवार को बताया कि आमेरिका और भारत के बीच यात्री उड़ानों को 23 जुलाई से शुरू करने को लेकर भारत सरकार ने अपनी सहमति दे दी है। बता दें कि मार्च में भारत सरकार ने कोरोना वायरस महामारी का हवाला देते हुए सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था।
नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दी मंजूरी
बता दें कि गुरुवार को भारत ने अमेरिका और फ्रांस के साथ द्विपक्षीय अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए समझौता किया और जल्दी ही जर्मनी और ब्रिटेन के साथ भी उड़ानें शुरू होंगी। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने एक बयान में बताया था कि फिलहाल 18 जुलाई से एक अगस्त के बीच एयर फ्रांस पेरिस से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु के लिए 28 उड़ानें संचालित करेगी। वहीं अमेरिकी विमानन सेवा यूनाइटेड एयरलाइंस 17 से 31 जुलाई तक भारत और अमेरिका के बीच 18 उड़ानें संचालित करेगी।
अमेरिकी परिवहन मंत्रालय ने भारत को धमकाया
उधर, यूएस ट्रासंपोर्टेशन डिपार्टमेंट ने भारत सरकार पर विमानों के संचालन को लेकर भेदभाव पूर्ण व्यवहार करने का आरोप भी लगाया है। शुक्रवार को अमेरिका ने वंदे भारत मिशन योजना की निंदा करते हुए उसे अनुचित और भेदभाव पूर्ण बताया। अमेरिकी परिवहन मंत्रालय ने धमकी देते हुए कहा कि वह अपनी सरकार के उस आदेश को वापस ले रहा है जिसमें अमेरिका में फंसे भारतीयों को स्वदेश वापस ले जाने के लिए एयर इंडिया को यात्री विमान सेवा परिचालन को मंजूरी दी गई थी।
जल्द ही अन्य देशों के बीच भी शुरू होंगी उड़ानें
इस बीच भारतीय विमानन मंत्रालय ने कई देशों के लिए उड़ानें शुरू करने का ऐलान किया है जिसे जल्द ही शुरू किया जाएगा। मंत्रालय ने अपने एक ट्वीट में बताया कि वह अपने इंटरनेशनल एविएशन ऑपरेशन का विस्तार कर रहा है। जल्द ही अमेरिका, यूएई, फ्रांस और जर्मनी के साथ कुछ उड़ानों की व्यवस्था की गई है। वहीं, अन्य देशों के साथ भी यात्री उड़ानों को शुरू करने को लेकर बात चल रही है। मालूम हो कि कोविड-19 महामारी की वजह से भारत ने 23 मार्च को इंटरनेशनल फ्लाइट पर रोक लगा दी थी।
यह भी पढ़ें: दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है कोरोना का संक्रमण, पिछले 100 घंटे में सामने आए 10 लाख से ज्यादा नए मरीज