अमेरिका ने बगदाद में अधिकारियों से दूतावास खाली करने को कहा, वीजा सर्विसेज भी बंद
वॉशिंगटन। अमेरिकी सरकार ने इराक की राजधानी बगदाद स्थित अपने दूतावास को आशिंक तौर पर खाली करने का आदेश दे दिया है। बुधवार को आए ट्रंप प्रशासन की ओर से आए इस आदेश को ईरान के खतरे से जोड़कर देखा जा रहा है। अमेरिका फारस की खाड़ी में अपने जहाज और बॉम्बर्स को भेजना शुरू कर दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि दूतावास में जो भी नॉन-इमरजेंसी स्टाफ है, वह इसे खाली करके चला जाए।
ईरान बना सकता है निशाना
बगदाद के अलावा इरबिल में भी दूतावास कर्मियों के लिए यह आदेश जारी किया गया है। यह आदेश अभी इराक में फुल टाइम पोस्टेड राजनयिकों पर लागू होगा जिनकी तैनाती के आदेश व्हाइट हाउस से जारी किए गए थे। दूतावास की ओर से जारी बयान के मुताबिक इराक में वीजा सर्विसेज को भी बंद किया जा रहा है। कॉन्ट्रैक्टर्स जो सुरक्षा प्रदान करने, खाना मुहैया कराने और इस तरह की सर्विसेज से जुड़े हैं, उनकी सेवाएं फिलहाल जारी रहेंगी। पिछले हफ्ते माइक पोंपेयो ने कहा था कि प्रशासन को ऐसी इंटेलीजेंस मिली हैं जिसमें इरान की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई थी। इन इंटेलीजेंस के मुताबिक ईरानी गतिविधियों की वजह से अमेरिकी संस्थानों और सर्विस पर्सनल पर खतरा है।
ईरान के साथ जारी है तनाव
वहीं दूसरे अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि कुछ इंटेलीजेंस में इस तरफ भी इशारा किया गया है कि शिते अरब आतंकी सीरिया या इराक में अमेरिकी सेनाओं को निशाना बना सकते हैं।अमेरिका और ईरान के बीच लगातार तनाव बना हुआ है। अमेरिका ने पिछले दिनों कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और बॉम्बर्स को मीडिल ईस्ट में तैनाती के लिए रवाना कर दिया है। व्हाइट हाउस का कहना है कि उसने यह कदम तेहरान को एक स्पष्ट संदेश देने के लिए उठाया है जिसमें साफ है कि अमेरिकी हितों या फिर इसके साझेदारियों पर किसी भी तरह के हमले का करारा जवाब दिया जाएगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) जॉन बोल्टन की ओर से भी इसकी पुष्टि कर दी गई है।
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