किले में तब्दील हुआ पेरिस, 8000 पुलिसकर्मियों के साथ पहली बार एक दर्जन बख्तरबंद गाड़ियों की तैनाती
पेरिस। फ्रांस की राजधानी पेरिस में शनिवार को बड़े पैमाने पर येलो वेस्ट विरोध प्रदर्शन होने वाले हैं। इसकी वजह से फ्रेंच राजधानी हाई अलर्ट पर है। अथॉरिटीज को डर है कि विरोध प्रदर्शन लगातार दूसरे वीकेंड पर हिंसक हो सकते हैं। पेरिस में सभी दुकानें, म्यूजियम, मेट्रो स्टेशन और एफिल टॉवर को बंद कर दिया गया है। वहीं फुटबॉल मैच और म्यूजिक शो भी कैंसिल कर दिए गए हैं। पेरिस में पिछले हफ्ते इस दशक के सबसे खतरनाक दंगे हुए थे। इन दंगों में 80 वर्ष की एक महिला की मृत्यु हो गई थी। दंगों की वजह से फ्रांस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो की सरकार पर भी संकट बढ़ता जा रहा है।
गाड़ियों में लगाई गई आग और दुकानों में लूटपाट
फ्रांस के इंटीरियर मिनिस्टर क्रिस्टोफ कास्तानेर ने कहा है कि उन्होंने बहुत कम लोगों के इन विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा बनने की उम्मीद जताई थी। लेकिन जब 8,000 लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए तो सरकार भी हैरान रह गई। इन प्रदर्शनकारियों में शामिल कुछ लोग तो बहुत ही हिंसक प्रवृत्ति के थे। उन्होंने कहा कि पिछले तीन हफ्तों से देश में एक ऐसे राक्षस ने जन्म ले लिया है जो इसे तैयार करने वालों को बचा रहा है। क्रिस्टोफे के मुताबिक शनिवार को देश में बड़े स्तर पर सिक्योरिटी ऑपरेशन लॉन्च किया गया है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है कि जो लोग किसी भी तरह की तोड़-फोड़ करने की कोशिश की तो उन्हें बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पिछले शनिवार को आर्क दे ट्राइम्फ वॉर मेमोरियल पर कई गाड़ियों को जला दिया गया था और दुकानों में लूटपाट की गई थी।
पेरिस में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलीपी ने शुक्रवार को येलो वेस्ट के कुछ प्रतिनिधियों से मुलाकात की है। यह वह प्रतिनिधि मंडल था जिसने लोगों से अपील की थी कि वे इन विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा न बनें। पीएम से मुलाकात करने के बाद इस आंदोलन के प्रवकता क्रिस्टोफे शैलकॉन ने कहा कि पीएम ने उनकी बातें सुनी हैं और वारा किया है कि उनकी मांगों को राष्ट्रपति तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति का इंतजार करेंगे और उन्हें इस बात की उम्मीद है कि वह एक पिता की तरह फ्रांस के लोगों से बात करेंगे। वह प्यार और सम्मान के साथ फ्रांस के लोगों के सामने अपनी बात रखेंगे और एक कड़ा फैसला लेंगे। फिलीपी ने बताया कि पूरे देश में 89,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है जबकि 8,000 पुलिसकर्मी अकेले पेरिस में तैनात हैं। पेरिस में इसके अलावा करीब एक दर्जन बख्तरबंद गाड़ियों को भी तैनात किया गया है। यह पेरिस के इतिहास में पहला मौका है जब इतने बड़े स्तर पर इन गाड़ियों की तैनाती की गई है।
राष्ट्रपति मैंक्रों के खिलाफ फूट रहा गुस्सा
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति मैंक्रो को अमीरों का राष्ट्रपति करार दिया है। कई लोगों की मांग है कि अब मैंक्रो को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रदर्शनकारी मानते हैं कि जब से मैंक्रो ने सत्ता संभाली है तब से ही वह वेल्थ टैक्स में कटौती करते जा रहे हैं। मैंक्रो ने हालांकि इस हफ्ते प्रदर्शनकारियों की कुछ मांगों को मानने का फैसला किया था जिसमें फ्यूल टैक्स और गैस की कीमतों में वृद्धि के आदेश को वापस लेना भी शामिल हैं। साल 2019 में इनकी कीमतों में इजाफ होने वाला था। लेकिन प्रदर्शनकारियों की मांगे लगातार बढ़ती जा रही हैं। फ्रांस में 17 नवंबर से विरोध प्रदर्शन जारी हैं। पेरिस में सड़कों पर लूट हो रही है और प्रदर्शनकारी लगातार हिंसक होते जा रहे हैं।