नॉर्थ कोरिया पर अमेरिकी स्टूडेंट ओट्टो वारेम्बियर की हत्या का आरोप, किम और ट्रंप की मिटिंग से पहले हो सकता है बवाल
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरियाई सुप्रीम लीडर किम जोंग उन की मुलाकात जून के पहले सप्ताह में होने की संभावना है, लेकिन इससे पहले एक बवाल खड़ा हुआ है। ओट्टो फ्रेडरिक वारेम्बियर के पेरेंट्स ने नॉर्थ कोरिया के खिलाफ मुकदमा दायर कर अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। एडवंचर स्टूडेंट वारेम्बियर नॉर्थ कोरिया घूमने गया था, जिसके बाद किम सरकार ने उसे हिरासत में ले लिया था। वारेम्बियर के पेरेंट्स ने जून 2017 में कहा था की, उनके बेटे की नॉर्थ कोरिया में मौत हो चुकी है। वारेम्बियर के पेरेंट्स ने गुरुवार को आरोप लगाया कि उनके बेटे को टॉर्चर किया गया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई।
किंडी और फ्रेड वारेम्बियर ने वॉशिंगटन डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में कहा कि उनके बेटे को जेल में डालकर, एक पोस्टर चोरी के आरोप में जबरदस्ती फंसाया गया। उन्होंने कहा कि एक टूरिस्ट के रूप में नॉर्थ कोरिया गए उनके बेटे को फरवरी 2016 में फंसाया गया था। उन्होंने अपने मुकदमे में लिखा कि उनके बेटे को वहां कि सरकार ने गलत ढंग से बंदी बनाया और उसे फंसाकर हत्या कर दी।
वारेम्बियर दंपत्ति ने उस वक्त मुकदमा दायर किया है, जब किम जोंग उन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच मीटिंग की लगभग पूरी योजना बन चुकी है। डोनाल्ड ट्रंप ने नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम को बंद करने की मांग की है।
कोर्ट में वकील ने कहा कि वर्जीनिया यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट वारेम्बियर ने दिसंबर 2015 में अपने एक ग्रुप के साथ 5 दिन ट्रिप के लिए नॉर्थ कोरिया गया था, उस वक्त अमेरिका ने उनके न्यूक्लियर प्रोग्राम की वजह से प्योंगयांग पर नए आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे। नॉर्थ कोरिया पुलिस ने वारेम्बियर को 2 जनवरी 2016 को यूएस जासूस के आरोप में हिरासत में लिया था। साथ ही वारेम्बियर पर आरोप लगाया था कि उसने अपने होटल से एक पॉलिटिकल पोस्टर भी चुराया है।