दुनिया को रुला रही है ये तस्वीर, कोरोना से आखिरी सांसें ले रही मां के दीदार के लिए अस्पताल की खिड़की पर चढ़ा बेटा
नई दिल्ली। कहते हैं मां से बढ़कर कुछ नहीं होता। मां के कदमों के नीचे जन्नत होती है। मां और बेटे का यही अद्भुत प्रेम फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक इलाके में देखने को मिला। कोरोना वायरस की वजह से आखिरी सांसे ले रही अपनी मां की अंतिम झलक पाने के लिए अस्पताल की दीवार पर से चढ़कर खिड़की में बैठा था। इसकी तस्वीर वायरल हो रहा है। यकीन मानिए इसे देखने के बाद आंखे नम हो हो जाएंगी। बेटा रोज ऐसा करता था और ये सिलसिला तबतक चलता रहा जबतक उसकी मां इस दुनिया से सदा के लिए चली नहीं गई।
कोरोना के चलते मां से मिलने की नहीं थी इजाजत
बताया जा रहा है कि युवक जिहाद अल सुवाती की मां रस्मी सुवैती (73) हेब्रोन स्टेट हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती थीं। कोरोना वायरस की वजह से युवक की मां को अलग-थलग रखा गया था ताकि संक्रमण फैले नहीं। गुरुवार की शाम को रस्मी का निधन हो गया। अस्पताल की खिड़की पर बैठे बेटे की तस्वीर पूरी दुनिया में जमकर शेयर की जा रही है। हजारों की संख्या में लोग कॉमेंट करके इस रुला देने वाली घटना को शेयर कर रहे हैं।
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मां के निधन से 15 दिन पहले हुई थी पिता की मौत
दरअसल जिहाद की मां कोरोना संक्रमित होने के साथ ही ल्यूकेमिया से भी पीड़ित थी ऐसी अवस्था में वे 5 दिन तक अस्पताल में भर्ती रही लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और बीते गुरुवार को उनकी मौत हो गई। जिहाद के पिता की मौत भी 15 दिन पहले ही हुई थी। जिहाद अपनी मां के काफी करीब था और आखिरी पलों में उनके साथ ना होने का उसे मलाल था इसलिए वे रोज रात को आईसीयू की दीवार पर चढ़ता और खिड़की पर बैठकर अपनी मां को देखता रहता था।
'मां को अंतिम विदाई देने के लिए मैं खिड़की पर चढ़ गया'
अपनी मां को हमेशा के लिए खो देने वाले फलस्तीनी युवक ने कहा, 'मैं असहाय होकर आईसीयू के बाहर खिड़की के बाहर बैठा था और उनके अंतिम समय को देख रहा था।' युवक ने बताया कि मां की हालत खराब होने पर कई बार उसने अस्पताल के अंदर जाने का प्रयास किया लेकिन उसे जाने नहीं दिया गया। मां को अंतिम विदाई देने के लिए मैं हॉस्पिटल की खिड़की पर चढ़ गया।
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