CPEC में रूस को शामिल कर बड़ा दांव खेलने की तैयारी में पाकिस्तान
इस्लमाबाद। पाकिस्तान ने अपने सबसे महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट को लेकर एक बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है। पाकिस्तान ने चाहता है कि चाइना-पाकिस्तान इकनॉमिक कोरिडोर (CPEC) में अब रूस भी निवेश करें। बलूचिस्चान गवर्नर मोहम्मद खान अचकजई ने कहा कि सीपीईसी प्रोजेक्ट के तहत बलूचिस्तान में निवेश करने वालों के लिए अवसर खोले जा रहे हैं। अचकजई ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे देश के साथी रूस से फायदा उठाएं। गवर्नर अचकजई ने कहा कि रूस के काउंसिल जनरल डॉ. जनरल एलेक्जेंडर जी खोजिन से उन्होंने बात की है।
उन्होंने कहा कि रूसी निवेशकों को ग्वादर में सभी सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान की जाएगी। बैठक के दौरान, दोनों ने पाकिस्तान और रूस के संबंध और सीपीईसी के कार्यान्वयन पर चर्चा की। गवर्नर मुहम्मद खान ने कहा कि बलूचिस्तान मूल रूप से एक कृषि क्षेत्र है जहां विभिन्न सब्जी और फल उत्पादन की एक महत्वपूर्ण संभावना है।
उन्होंने कहा कि रूसी निवेशकों को बलूचिस्तान की कृषि क्षमता से लाभ मिल सकता है, जिसमें उत्पादन सब्जियां, फलों और इसके बाजार रूसी निवेशकों के लिए लाभदायक साबित होंगे।
सीपीईसी प्रोजेक्ट के तहत पाकिस्तान ने पहली बार किसी बाहरी देश को आमंत्रित किया है। हालांकि, रूस की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद अमेरिका और पाकिस्तान में रिश्तें सबसे निम्न स्तर पर है। इसी को देखते हुए पाकिस्तान चीन के अलावा रूस को भी अपने साथ लाने में जुटा है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित ग्वादर में चीन का बहुत बड़ा निवेश होगा। ग्वादर पोर्ट एक बहुत बड़ा शिपमेंट हब बनने जा रहा है, जो चीन के पश्चिमी क्षेत्र से जुड़ेगा और पाकिस्तान के माध्यम से बीजिंग को एक सुरक्षित और शॉर्ट इंटरनेशनल ट्रेड रूट मिलेगा। ग्वादर चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के लिए गेटवे के रूप में उभरेगा।