अमेरिका ने रोकी सैन्य सहायता, तो पाकिस्तान ने चीन और रूस के सामने फैलाए हाथ
इस्लामाबाद। अमेरिका के साथ रिश्तों में जमी बर्फ के बाद अब पाकिस्तान ने रूस और चीन के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना शुरू कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान की सैन्य सहायता रोकने के बाद अब इस्लामाबाद ने रूस और चीन से मदद मांगी है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि जिस तरह से अमेरिका ने उनके साथ बर्ताव किया है, उसको देखते हुए नए सैन्य हथियारों के लिए इस्लामाबाद अब रूस और चीन के साथ-साथ यूरोपीय देशों से मदद लेगा।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने अंग्रेजी न्यूजपेपर फाइनेंसियल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा कि पिछले तीन सालों में हमने रूस से कुछ हेलिकॉप्टर खरीदे हैं, जो कि पाकिस्तान की क्षेत्रीय और रणनीतिक रिश्तों को भी मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। दस्तगीर खान ने कहा कि अमेरिका के दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार के खातिर हमें इस प्रकार का निर्णय लेना पड़ रहा है।
दस्तगीर खान ने कहा कि वे रूस से फिलहाल 'सुखोई-35' तो नहीं खरीद रहे हैं, लेकिन इस बारे में बात चल रही है। फिलहाल, पाकिस्तान एयरफोर्स के पास एफ-16 विमान है, जिसे अमेरिकी लॉकहीड मार्टिन कंपनी से खरीदा गया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने 1 जनवरी को ट्वीट कर कहा था कि पाकिस्तान को दी जाने वाली 2 बिलियन डॉलर की सैन्य मदद रोक दी है। ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका पानी की तरह पाकिस्तान में पैसा बहा रहा है, लेकिन बदले में उन्हें झूठ और धोखे के अलावा कुछ नहीं मिला है। दस्तगीर खान ने कहा हाल ही के दिनों में पाकिस्तान और अमेरिका के 70 साल पुराने रिश्तों पर असर पड़ा है।