इमरान खान को झटका, FATF की ग्रे लिस्ट में ही रहेगा पाकिस्तान
पेरिस। दुनिया के शीर्ष आतंकवाद रोधी निगरानी समूह फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ ) ने शुक्रवार को पाकिस्तान को जबरदस्त झटका दिया है। शुक्रवार शाम को जारी किए गए बयान में एफएटीफ ने बताया कि पाकिस्तानी सरकार आतंकवाद के खिलाफ 27 सूत्रीय एजेंडे को पूरा करने में विफल रही है, इसलिए पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बनाए रखने का फैसला लिया गया है। बता दें कि, दो साल पहले एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाला गया था।
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वर्चुअल बैठक में एफएटीफ ने कहा कि, पाकिस्तान ने आतंकवाद के वित्त पोषण और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ठोस कार्रवाई अब तक नहीं की है। एफएटीफ की ग्रे लिस्ट में होने के कारण उसे मिलने वाले विदेशी निवेश पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। साथ ही आयात, निर्यात और आईएमएफ तथा एडीबी जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से कर्ज लेने की उसकी क्षमता भी प्रभावित हो रही है।
एफएटीएफ की प्लेनरी में पाकिस्तान के बचाव के लिए तुर्की खुलकर बैटिंग करता दिखा। लेकिन, एफएटीएफ के बाकी देशों ने तुर्की के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने तुर्की, मलेशिया और सऊदी अरब से सहायता मांगी थी। आतंकवाद के वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने को लेकर पाकिस्तान के लिए 27 मापदंड तय किए गए थे।
एफएटीएफ की बैठक इससे पहले फरवरी में हुई थी, जिसमें गया गया कि पाकिस्तान ने अब तक सिर्फ 14 निर्देशों को पूरा। शेष 13 शर्तों को लागू करने के लिए उसे चार अतिरिक्त माह का वक्त दिया गया था। लेकिन आठ माह बीत जाने के बाद भी पाकिस्तान ने इनमें से 6 प्रमुख बिंदुओं पर अब भी काम नहीं किया है, जिसे देखते हुए उसे एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में ही रखने का फैसला लिया गया है।
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