पाकिस्तान को FATF ने दिगा तगड़ा झटका, फरवरी 2020 तक ग्रे लिस्ट में डाला
इस्लामाबाद: पाकिस्तानक को फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) से तगड़ा झटका लगा है। एफएटीएफ ने उसे अगले साल फरवरी तक ग्रे लिस्ट में रखने का फैसला किया है। हालांकि इसका औपचारिक ऐलान 18 अक्टूबर को होगा। एफएटीएफ ने पाकिस्तान से कहा है कि वो टेरर फंडिंग और मनी लांड्रिंग को खत्म करने के लिए और ज्यादा कदम उठाए।
गौरतलब है कि एफएटीएफ की चल रही बैठक में भाग लेने वाले अधिकारियों ने कहा था कि पाकिस्तान 27 प्वाइंट में से सिर्फ 6 पर ही खरा उतर पाया है, ऐसे में एफएटीएफ इस पर कड़ी कार्रवाई कर सकता है। इस मामले में पाकिस्तान को किसी भी देश का साथ नहीं मिला है। गौरतलब है कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने जून 2018 में पाकिस्तान को आतंक के खिलाफ 27-पॉइंट एक्शन प्लान को लागू करने के निर्देश दिए थे, जिसमें बैंकिंग और गैर-बैंकिंग क्षेत्राधिकार, पूंजी बाजार, कॉर्पोरेट और गैर-कॉर्पोरेट क्षेत्रों जैसे चार्टर्ड अकाउंटेंसी, वित्तीय सलाहकार सेवाओं, लागत और प्रबंधन लेखा फर्म के माध्यम से प्रतिबंधित संगठनों और गैर-सरकारी संस्थाओं, आभूषण और इसी तरह की संबंधित सेवाएं द्वारा मनी-लॉन्ड्रिंग और आतंक-वित्तपोषण के खिलाफ सुरक्षा उपाय शामिल थे।
गौरतलब है कि एफएटीएफ एक अंतर-सरकारी निकाय है जिसे फ्रांस की राजधानी पेरिस में जी7 समूह के देशों द्वारा साल 1989 में स्थापित किया गया था। इसका काम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धन शोधन (मनी लांड्रिंग), सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार और आतंकवाद के वित्तपोषण जैसी गतिविधियों पर नजर रखना है। इसके अलावा वो वित्त विषय पर कानूनी, विनियामक और परिचालन उपायों के प्रभावी कार्यान्वयन को बढ़ावा भी देता है।
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