पाकिस्तान ने इस वर्ष के रक्षा बजट को लेकर लिया बड़ा फैसला
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के रक्षा बजट को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। इस बार एक बार फिर से पाकिस्तान ने आगामी वित्तीय वर्ष में अपने रक्षा बजट में किसी भी तरह का बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। पिछले वर्ष की ही तरह इस बार भी पाकिस्तान का रक्षा बजट पहले के जैसा ही रहेगा। देश की बदहाल अर्थव्यवस्था की वजह से पाकिस्तान को यह फैसला लेने पर मजबूर होना पड़ा है। गौरतलब है कि पिछले मंगलवार को पाकिस्तान ने सेना के खर्चों में कटौती की बात कही थी।
नहीं बदलेगा रक्षा बजट
पाकिस्तान के अखबर डॉन के मुताबिक मौजूदा वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए पाकिस्तान का कुल रक्षा बजट 1.1 लाख करोड़ रुपए है, जिसमे इस बार के रक्षा बजट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि पाकिस्तान की सरकार की ओर से इस बाबत अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है कि रक्षा बजट में बढ़ोतरी नहीं करने से इसका पाक के बजट पर क्या असर पड़ेगा। पहले ही पाक ने यह साफ कर दिया था कि वह इस वर्ष अपरे रक्षा बजट में कटौती करेगी।
इमरान खान फैसले से खुश
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह फैसला लिया गया है कि पाकिस्तान की सेना अपने रक्षा खर्चों में खुद से कटौती करने का फैसला लिया है। यह एक सराहनीय कदम है, जिसका हम स्वागत करते हैं। इमरान खान ने कहा कि पाक पहले से ही तमाम सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहा है, ऐसे में इसके बाद भी इस तरह का फैसला लिया जाना सराहनीय है, हम इस फैसले से खुश हैं।
पीएम
मोदी
को
लिखा
था
पत्र
बता
दें
कि
इससे
पहले
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
को
पाकिस्तान
के
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
एक
पत्र
लिखा
था।
उन्होंने
पत्र
लिखकर
कहा
कि
वह
कश्मीर
मुद्दे
सहित
सभी
समस्याओं
के
हल
करने
के
लिए
वार्ता
चाहते
हैं।
इससे
पहले
भारत
ने
कहा
था
कि
बिशकेक
में
शंघाई
सहयोग
संगठन
(एससीओ)
शिखर
बैठक
में
दोनों
नेताओं
के
बीच
कोई
द्विपक्षीय
बैठक
नहीं
होगी।
इमरान
ने
मोदी
के
लिखे
अपने
पत्र
में
कहा
कि
दोनों
देशों
के
बीच
वार्ता
ही
दोनों
देशों
के
लोगों
को
गरीबी
से
उबरने
में
मदद
करने
का
एकमात्र
समाधान
है।
इसके
लिए
जरूरी
है
कि
क्षेत्रीय
विकास
के
लिए
साथ
मिलकर
काम
किया
जाए।
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