कराची में पाकिस्तान की पनडुब्बी को चीन की नौसेना के साथ देखा गया
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल पाकिस्तानी नौसेना की एक पनडुब्बी को चीन के युद्धपोतों के साथ खड़े होने की तस्वीर सामने आई है। सैटेलाइट की जो तस्वीर सामने आई है उसके अनुसार पाकिस्तान की नौसेना ने हाल ही में अपनी एक पनडुब्बी को चीन के युद्धपोतों के साथ पार्क किया था। बता दें कि पाकिस्तान और चीन के बीच रक्षा संबंध काफी मजबूत हैं। पाकिस्तान मौजूदा समय में चीनी डिजाइन टाइप-039बी युआन क्लास नौकाओं और पनडुब्बी की क्षमता को बढ़ा रहा है। ऐसे में जिस तरह से कराची में यात्रा के दौरान पाकिस्तान की पनडुब्बी चीन के युद्धपोतों के साथ खड़ी मिली उससे इस बात का इशारा मिलता है कि चीन अब ना सिर्फ पाकिस्तान के साथ नौसेना की जानकारी बल्कि हार्डवेयर को भी साझा कर रहा है।
पाकिस्तान की पनडुब्बी की चीन के युद्धपोतों के साथ मौजूदगी की पुष्टि सैटेलाइट तस्वीरों से हुई है। हालांकि इसे सामान्य आंखों से नहीं देखा जा सकता है। फोर्ब्स की खबर के अनुसार यह पनडुब्बी पुख्ता तौर पर पाकिस्तान की है नाकि चीन की । पाकिस्तान अगोस्ता-90बी किस्म की पनडुब्बी का इस्तेमाल करता है, अहम बात यह है कि इस पनडुब्बी को सिर्फ पाकिस्तान ही ऑपरेट करता है, लिहाजा यह निश्चित तौर पर कहा जा सकता है कि यह पाकिस्तान की ही पनडुब्बी है। पाकिस्तान में इस पनडुब्बी को हशमत-क्लास कहा जाता है।
बता दें कि चीन की नौसेना के युद्धपोत साझा अभ्यास के लिए जनवरी माह में कराची का दौरा कर रहे थे। इस साझा अभ्यास को पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया ने भी कवर किया था, लेकिन इसमे पनडुब्बी का जिक्र नहीं किया गया था। बता दें कि पाकिस्तान पांच फ्रेंच डिजायन की पनडुब्बी का इस्तेमाल करता है। इसमे से तीन पनडुब्बी एयर इंडिपेंडेंट पॉवर अपडेटेड हैं, जिसमे से एक को ही चीन के युद्धपोतों के साथ पार्क किया गया था। इस पनडुब्बी को पाकिस्तान की नौसेना का सबसे कारगर और पुख्ता हथियार माना जाता है, यहां से बाबर-3 परमाणु हमला करने की क्षमता है।