तंगहाल पाकिस्तान की आर्मी अपने डिफेंस बजट में करेगी कटौती
नई दिल्ली। पाकिस्तानी सेना ने बड़ा कदम उठाते हुए इस साल पेश होने वाले बजट में स्वेच्छा से कटौती करने का फैसला लिया है। ये फैसला ऐसे वक्त पर लिया गया है जब पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है और पीएम इमरान खान आर्थिक तंगी को कम करने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि ये कटौती रक्षा और सुरक्षा की कीमत पर नहीं होगी।
डिफेंस बजट में कटौती करेगी पाक सेना
मेजर जनरल गफूर ने ट्विटर पर लिखा, ये कटौती सुरक्षा और रक्षा की कीमत पर नहीं होगी, हम सभी खतरों को ध्यान में रखते हुए प्रभावी प्रतिक्रिया क्षमता बनाए रखेंगे। ये महत्वपूर्ण है कि हम कबिलाई क्षेत्रों और बलूचिस्तान के विकास में भागीदार बन रहे हैं।' पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी सेना के इस फैसले की जमकर तारीफ की है।
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इमरान खान ने की इस कदम की तारीफ
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तानी सेना का रक्षा बजट में स्वैच्छिक कटौती करना तारीफ के काबिल कदम है। खासतौर पर तब जब आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान कई चुनौतियों का सामना कर रहा है इसके बावजूद सेना द्वारा ये कदम उठाए जाने के लिए वह आभारी हैं। उन्होंने कहा कि इस राशि का इस्तेमाल नव विलीय जनजातिय क्षेत्रों के साथ ही बलूचिस्तान के विकास में किया जाएगा।
11 जून को आम बजट पेश होगा
सेना के बढ़ते बजट का असर पाकिस्तान के विकास और बेहतरी के रास्ते पर पड़ रहा है। पाक के सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा, ये छोटा कदम बिलकुल भी नहीं है। केवल एक मजबूत नागरिक-सैन्य समन्वय पाकिस्तान को शासन और अर्थव्यवस्था की गहरी समस्याओं से बचा सकता है।' 28 मई को प्रधानमंत्री के विशेष सहायक फिरदौस आशिक अवान ने घोषणा की थी कि 11 जून को आम बजट पेश होगा। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की अप्रैल में की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2018 में पाकिस्तान दुनिया में सेना पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाले देशों में 20वें स्थान पर था। पिछले महीने ही सरकार ने घोषणा की थी कि सभी नागरिक और सैन्य संस्थान 2019-20 के लिए अपने बजट में स्वेच्छा से कटौती करेंगे।