लोन से परेशान पाकिस्तान की कोरोना ने तोड़ी कमर, UN में लगाई कर्ज माफी की गुहार
वॉशिंगटन। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध किया है कि कोरोना महामारी के खत्म होने तक कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित गरीब देशों के लिए लोन अदायगी को निलंबित कर दिया जाए। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने ये भी आग्रह किया है कि, अल्प विकसित देशों की देनदारी को निरस्त कर दिया जाए। पहले से ही नकदी के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की परेशानियां कोरोना महामारी के बाद और बढ़ गई हैं।
पाकिस्तान की इमरान सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) समेत वैश्विक आर्थिक निकायों से मदद की कोशिश कर रही है ताकि देश को इस बड़े आर्थिक संकट से उबरा जा सके। डॉन अखबार की खबर के अनुसार गुरुवार को कोविड-19 पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष सत्र में तत्काल कार्रवाई के लिहाज से दस सूत्री एजेंडा को प्रस्तुत किया है। इस एजेंडे में पाकिस्तान ने उन कदमों पर जोर दिया हैं जिन्हें वैश्विक समुदाय उठा सके।
समाचार पत्र के मुताबिक उनकी सूची में पहला बिंदु कम आय वाले और कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देशों के लिए कर्ज अदायगी महामारी के खत्म होने तक निलंबित करने का अनुरोध है। दूसरी बिंदु अल्प विकसित देशों के लिए कर्ज माफी की मांग होगी जो अपना ऋण अदा नहीं कर सकते। एजेंडे में अन्य मदों में एक समावेशी बहुपक्षीय ढांचे के तहत अन्य विकासशील देशों के सार्वजनिक क्षेत्र के ऋण का पुनर्गठन शामिल हैं।
एजेंडा का एक अन्य बिंदु तहत बहुपक्षीय विकास बैंकों के माध्यम से निम्न आय वाले देशों को रियायती वित्तपोषण का विस्तार किया जाए। गुरुवार को शुरू हुए महासभा के दो दिवसीय डिजिटल सत्र में करीब 100 वैश्विक नेता और कई मंत्री भाग ले रहे हैं। सत्र को संबोधित करते हुए, खान ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कोरोनोवायरस महामारी सबसे गंभीर वैश्विक संकट है।
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