पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने कहा कश्मीर मामले में हस्तक्षेप करे यूएन
हुसैन ने यहां संसद में अपने पहले संबोधन में कहा कि कश्मीर मुद्दे को कश्मीरी अवाम की जनाकांक्षाओं और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुरूप हल किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में शिरकत के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पिछले हफ्ते की भारत यात्रा पड़ोसी देश के साथ शांतिपूर्ण रिश्ता बनाने की इच्छा की सूचक है।
यह दूसरे संसदीय वर्ष के आरंभ में संसद के दो सदनों की संयुक्त बैठक में हुसैन का पहला संबोधन था। पाकिस्तानी संविधान के तहत हर नया संसदीय साल की शुरूआत राष्ट्राध्यक्ष के संबोधन के साथ होनी चाहिए।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) से ताल्लुक रखने वाले हुसैन ने आतंकवाद का खात्मा करने और अर्थव्यवस्था का निर्माण करने का वादा भी किया।
पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने पिछले साल के दौरान सरकार की विभिन्न आर्थिक उपलब्धियों को उजागर किया।
अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर भारत आए थे और उन्होंने कई मुद्दों पर बात की थी।
जाते-जाते नवाज शरीफ कह गए थे कि उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच मौजूद नकारात्मक माहौल को सिर्फ शांति के जरिए ही खत्म किया जा सकता है। लगता है पाक में मौजूद बाकी लोग नवाज के संदेश को समझ नहीं पा रहे हैं।
यह पहली बार नहीं है जब पाक की ओर से इस तरह की कोई बात की गई है, इससे पहले भी वह कई मौकों पर इस तरह की बातें कर चुका है।