PM इमरान का नवाज शरीफ पर हमला, कहा-मेरी जानकारी के बिना कारगिल किया होता तो आर्मी चीफ को हटा देता
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इमरान खान ने कहा है कि वर्तमान में देश के अंदर नागरिक-सैन्य संबंध अभूतपूर्व है, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ देश पर शासन के दौरान यह संबंध बहुत ही कटु थे, क्योंकि वह हमेशा सेना को नियंत्रित करना चाहते थे। वहीं कारगिल युद्ध को लेकर इमरान खान ने कहा कि, उनके समय में अगर कारगिल युद्ध हुआ होता और पाक सेना ने उनको बताए बिना कारगिल में घुसपैठ की होती तो वे आर्मी चीफ का त्यागपत्र मांग लेते।
'मुझे बताए बिना कारगिल किया होता तो आर्मी चीफ से लेता इस्तीफा'
पाकिस्तान के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा कि, अगर सेना प्रमुख ने मुझ पर प्रधानमंत्री पद से हटने हटने के लिए दबाव डाला होता तो मैं सेना प्रमुख का इस्तीफा ले लेता। इमरान ने कहा कि मैं लोकतांत्रिक तरीके से प्रधानमंत्री के तौर पर चुना गया हूं, मुझसे ऐसा कहने की हिम्मत किसमें हो सकती है। उन्होंने कहा कि जब पूर्व सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ श्रीलंका दौरे पर थे तो शरीफ ने खुद ही उन्हें हटाने की कोशिश की थी। दरअसल आईएसआई के पूर्व चीफ जहीरुल इस्लाम ने दावा किया था कि उन्होंने नवाज शरीफ से इस्तीफा मांग लिया था।
'भारत पाक सेना को कमजोर में नवाज शरीफ की मदद कर रहा है'
इमरान खान ने कहा कि नवाज शरीफ एक खतरनाक खेल खेल रहे हैं। अल्ताफ हुसैन ने भी इसी तरह का खेल खेला था। मुझे 100 फीसदी विश्वास है कि भारत नवाज शरीफ की मदद कर रहा है। पाकिस्तानी सेना कमजोर होने से और किसे फायदा होगा? इमरान खान ने इंटरव्यू में कहा, हमें पता चला है कि नवाज शरीफ कई लोगों से मिल रहे हैं और पाकिस्तान के खिलाफ साजिश कर रहे हैं। इमरान खान का आरोप है कि भारत, पाकिस्तान को तोड़ना चाहता था। अल्लाह के लिए अपनी आँखें खोलिए।
नवाज के समय सेना और सरकार के बीच रिश्ते बहुत खराब थे: इमरान
इमरान खान ने कहा कि, अफगानिस्तान, यमन, इराक और सीरिया जैसी देशों की हालत देखिए। अगर आज हम सुरक्षित हैं तो सेना की वजह से हैं। इमरान खान ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि नवाज के कार्यकाल में सेना और सरकार के रिश्तों में खटास आ गई थी क्योंकि नवाज शरीफ सेना पर कंट्रोल करना चाहते थे। इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार के समय सेना और सरकार के बीच रिश्ते बहुत अच्छे हैं।
सरकार में सेना ने दिया पूरा सहयोग: इमरान
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें पूर्ण अधिकार प्राप्त है और सेना अपने फैसलों और सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के घोषणापत्र के साथ खड़ी है। करतारपुर कॉरिडोर और कोरोनो वायरस महामारी में सेना की ओर से उन्हें पूरा समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि कुछ तानाशाहों द्वारा की गई गलतियों के कारण सेना को दोष नहीं दिया जा सकता है। अगर कोई तानाशाह गलती करता है, तो हमें पूरी सेना को दोष नहीं देना चाहिए जैसे कि अगर न्यायमूर्ति मुनीर ने गलत निर्णय दिया है तो हमें न्यायपालिका को बुरा नहीं कहना चाहिए।
राहुल
गांधी
बोले,
मजदूर-किसान
का
परिश्रम
'आत्मनिर्भरता'
का
सबसे
अच्छा
उदाहरण