पाकिस्तान के ‘वजीर-ए-हवाबाज’ इमरान खान की नई चाल, धमकी भरे अंदाज में कश्मीर पर शांति का राग छेड़ा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कई ट्वीट करके कश्मरी मुद्दे पर शांतिपूर्ण हल निकालने की बात कही है।
इस्लामाबाद: कंगाल हो चुका पाकिस्तान (Pakistan) कश्मीर (Kashmir) मोह त्यागने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले एक हफ्ते में पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर पर भारत (India) से बातचीत करने के लिए कई गिड़गिड़ाने वाले बयान सामने आ चुके हैं। लेकिन, इस बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran khan) ने दनादन कश्मीर पर 10 से ज्यादा ट्वीट किए हैं। वो एक तरफ भारत को शांति समझौता करने के लिए हाथ बढ़ाने की बात कर रहे हैं दूसरी तरफ धमकी भी दे रहे हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने UN के मुताबिक कश्मीर मुद्दे के समाधान की बात की है।
मुंह में आग, इमरान खान का शांति राग
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे पर एक बार फिर से बातचीत का प्रस्ताव भारत को दिया है। इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कश्मीर मुद्दे पर भारत को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। लेकिन सवाल ये है कि क्या पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर बातचीत से पहले पाकिस्तानी जमीन पर जड़ जमाए आतंकियों को खत्म करने की कोशिश करेंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कहा है 'अगर भारत कश्मीर मुद्दे पर UN के मुताबिक पारदर्शी तरीके से समाधान करने के लिए बातचीत करने की कोशिश करता है तो पाकिस्तान दो कदम आगे बढ़कर कश्मीर मुद्दे का समाधान करने की कोशिश करेगा।' इमरान खान ने भारत को शांति का प्रस्ताव तो जरूर दिया मगर आगे उन्होंने भारत को धमकाने वाले अंदाज में ये भी कह डाला कि 'हमारी बातचीत की पहल और शांति समझौते को हमारी कमजोरी समझने की भूल कोई नहीं करे' यानि, कंगाल हो चुका पाकिस्तान शांति का राग अलापने के साथ साथ धमकी देने से भी नहीं चूक रहा है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने एक और ट्वीट में कहा है कि 'एक मजबूत और आत्मविश्वास से भरे हुए देश के तौर पर हम एक कदम आगे बढ़कर कश्मीर के लोगों की शांति के लिए कोशिश करेंगे' मगर सवाल ये उठता है कि जब कश्मीरी लोग भारत के साथ खुश हैं, तो फिर इमरान खान को खुजली क्यों हो रही है। क्या इमरान खान भारत को विश्वास दिलाएंगे कि पाकिस्तान अब अपनी जमीन पर आतंकियों की पैदावार बंद कर देगा। क्योंकि, इतिहास गवाह है कि जब जब भारत ने पाकिस्तान से बातचीत करने की कोशिश की है, पाकिस्तान ने भारत के पीठ पर छूरा घोंपा है।
जनरल बाजवा भी बातचीत के लिए गिड़गिड़ाए
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से पहले पाकिस्तान के सेना प्रमुख भी भारत से बातचीत और कश्मीर मुद्दे पर शांति के लिए गुहार लगा चुके हैं। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल बाजवा ने दो दिन पहले भारत से शांतिपूर्वक कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के लिए गुहार लगाते हुए कहा था कि 'कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान को बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण और गरिमापूर्ण समधान निकालना चाहिए' जिसके जवाब में भारत ने कहा था कि बातचीत का माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।
लेकिन, पाकिस्तान अपनी बात से किस तरह पलटता है और पाकिस्तान का नाम हवा-हवाई देश क्यों पड़ गया है, इसका अंदाजा आप पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान से लगा सकते हैं। जनरल बाजवा जहां भारत से बातचीत की गुहार लगा रहे हैं, वहीं पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने उन्हीं के बयान को दरकिनार करते हुए कह दिया कि बातचीत का माहौल बनाना भारत की जिम्मेदारी है। यानि समझ सकते हैं कि कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के लिए पाकिस्तानी राग कितनी जल्दी बदल जाता है।
अमेरिका के दबाव से डरा पाकिस्तान
पिछले एक हफ्ते में कश्मीर मुद्दे पर शांतिपूर्ण समाधान निकालने के तीन बयान पाकिस्तान की तरफ से आ चुके हैं। एक बयान पाकिस्तानी सैन्य प्रमुख ने दिया तो दूसरा बयान पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने दिया है। वहीं अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी कश्मीर मुद्दे पर बातचीत करने की पहल की है। जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान सिर्फ इसलिए कश्मीर मुद्दे पर बातचीत और समाधान निकालने के लिए गिड़गिड़ा रहा है क्योंकि उसके ऊपर अमेरिका का काफी ज्यादा दबाव है। इसके साथ ही पाकिस्तान किसी तरह से FATF से बाहर आना चाहता है।
कश्मीर मुद्दे पर बात, पाकिस्तान की नई चाल
पाकिस्तान का लगातार कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के लिए भारत को न्योता देना क्या कोई नई चाल है। ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि पाकिस्तानी सेना कभी भारत के खिलाफ आतंकवादियों को मदद देने की बात करती है तो कभी शांति की राग अलापती है। यहां तक की पाकिस्तान कई बार अमेरिका से कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने की भी गुहार लगा चुका है। तो फिर सवाल ये उठता है कि फिर से शांति की बात करना क्या पाकिस्तान की कोई नई चाल है?
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