PM इमरान खान ने ट्विटर पर पोस्ट किया गलत 'कोट', ट्रोलर्स ने लगाई क्लास
नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने एक ट्वीट के चलते सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स के शिकार हो गए हैं। दरअसल उन्होंने ट्विटर पर भारत के महान कवि रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखे एक उद्धरण(कोट) को खलील जिब्रान का बताकर पोस्ट किया था। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर लोग उनका मजाक उड़ा रहे हैं। उन्होंने उद्धरण को कैप्शन दिया, जो लोग जिब्रान के शब्दों को समझते हैं और समझ पाते हैं, वे संतोष का जीवन जीते हैं।
दरअसल इमरान खान ने अपने इस ट्वीट में महाकवि रविंद्रनाथ टैगोर के इस उद्धरण, 'मैं सो गया और सपना देखा कि जीवन आनंदमय था। मैं जागा और देखा कि जीवन सेवा है। मैंने सेवा की और पाया कि सेवा ही खुशी थी' को लिखा था। इमरान खान ने इन लाइनों का क्रेडिट खलील जिब्रान को दिया। बता दें कि, खलील जिब्रान एक लेबनानी-अमेरिकी कलाकार, कवि तथा न्यूयॉर्क पेन लीग के लेखक थे। उन्हें अपने चिंतन के कारण समकालीन पादरियों और अधिकारी वर्ग का कोपभाजन होना पड़ा और जाति से बहिष्कृत करके देश निकाला तक दे दिया गया था।
इमरान खान का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर तुरंत ही वायरल हो गया। लोगों ने इमरान को उनसे हुई गलती को सुधारने के लिए कहा। ताहा सिद्दकी नाम के एक जर्नालिस्ट ने पीएम इमरान खान को संबोधित करते हुए लिखा कि, डियर इमरान खान, आपको चुनने में व्हाट्सएप का बड़ी भूमिका रही है। फॉरवर्ड किए गए इस तरह के मैसेज को डालना बंद कीजिए। खासकर जब वह गलत हों। जैसे कि ये, जो कि खलील जिब्रान ने नहीं रविंद्रनाथ टैगोर ने लिखा था।
वहीं एक अन्य ट्विटर यूजर्स घरिदा फारूकी ने पीएम इमरान खान के ट्वीट पर लिखा कि, महोदय, ये रवींद्रनाथ टैगोर के शब्द हैं, न कि खलील जिब्रान के।
भारत ही नहीं अब इन दो देशों में भी होगा 'दूरदर्शन' चैनल का प्रसारण