भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान, इमरान ने खटखटाया IMF का दरवाजा
इस्लामाबाद। आर्थिक संकट से जूझ रही पाकिस्तान की नई सरकार ने एक बार फिर फंड के लिए इंटरनेशनलमॉनिटरी फंड (आईएमएफ) का दरवाजा खटखटाया है। पाकिस्तान सरकार ने बेलआउट पैकेज के लिए आईएमएफ से मदद मांगने की घोषणा कर दी। पाकिस्तान में जब से इमरान खान सरकार बनी है, तभी से आर्थिक संकट से उबरने के लिए अलग-अलग जुगाड़ करने में लगे हुए हैं।
यह
दूसरी
बार
है
जब
पाकिस्तान
ने
आर्थिक
संकट
से
निकलने
के
लिए
आईएमएफ
की
तरफ
रुख
किया
है।
अमेरिका
ने
इस
बेलआउट
पैकेज
को
लेकर
आईएमएफ
को
चेतावनी
दी
है।
आईएमएफ
से
संपर्क
करने
का
निर्णय
पाकिस्तान
के
प्रधानमंत्री
इमरान
खान
ने
लिया
है।
हालांकि,
खान
ने
देश
की
अर्थव्यवस्था
को
सहायता
पहुंचाने
के
लिए
इस
तरह
के
कदमों
का
अतीत
में
विरोध
किया
था।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने सोमवार को निर्णय लिया का वित्त मंत्री संभावित पैकेज पर चर्चा करने के लिए इंडोनेशिया के बाली में आईएमएफ और विश्व बैंक के अधिकारियों से इसी सप्ताह के वार्षिक सम्मेलन में मुलाकात की जानी चाहिए। पाकिस्तान के विदेश मंत्री असद उमर ने कहा कि हमने आईएमएफ से बात करने का निर्णय लिया है।
हालांकि, पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने यह नहीं कहा कि सरकार को कितने फंड की जरुरत है, लेकिन उमर ने पहले कहा था कि वर्ष के अंत तक सरकार को अपने विदेशी ऋण भुगतान को कवर करने के लिए कम से कम 8 बिलियन डॉलर की आवश्यकता होगी। इमरान सरकार ने देश को आर्थिक संकट में डालने के लिए पिछली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।