भारत के साथ टी-20 वर्ल्ड कप मैच देखने गये थे पाकिस्तानी गृहमंत्री, इमरान खान ने फौरन वापस बुलाया
भारत पाकिस्तान टी-20 वर्ल्ड कप मैच देखने दुबई गये गृहमंत्री शेख रशीद को, प्रधानमंत्री इमरान खान ने वापस बुला लिया है।
इस्लामाबाद, अक्टूबर 24: भारत-पाकिस्तान के बीच मैच देखने दुबई पहुंचे पाकिस्तान के गृहमंत्री की छुट्टी इमरान खान ने कैंसिल कर दी है और उन्हें वापस पाकिस्तान बुला लिया गया है। पाकिस्तान में इन दिनों काफी अराजक स्थिति मची हुई है और कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन तहरीक-ए-लब्बैक ने पूरे देश को अपने सिर पर उठा रखा है। पाकिस्तान के कई शहरों में भारी प्रदर्शन हो रहे हैं और अभी तक करीब 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
वापस बुलाए गये गृहमंत्री
पाकिस्तान के इंटीनियर मिनिस्टर शेख रशीद ने पहले ट्विटर पर लिखा था कि उन्होंने पाकिस्तान सरकार से भारत- पाकिस्तान मैच देखने के लिए दो दिनों की छुट्टी ली है और वो दुबई में स्टेडियम में दोनों देशों के बीच मैच देखेंगे। वो दुबई पहुंच भी गये थे, लेकिन इस बीच पाकस्तान में गृहयुद्ध जैसा माहौल बन गया, जिसकी वजह से इमरान खान ने उनकी छुट्टी कैसिल कर दी है और उन्हें वापस पाकिस्तान बुला लिया गया है। शेख रशीद ने कहा था कि, प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार और रविवार को उनकी छुट्टियों को मंजूरी दी थी।
पाकिस्तान में खराब हालत
आपको बता दें कि, पाकिस्तान में इस्लामिक चरमपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के कई बड़े शहरों में हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दी है और अब तक कई पुलिसवालों को मारा जा चुका है, तो कई कार्यकर्ता भी मारे गये हैं। ये विरोध प्रदर्शन तहरीक-ए-लब्बैक के प्रमुख साद रिजवी की रिहाई की मांग को लेकर हो रही है। अप्रैल में साद रिजवी को देश भर में हिंसक प्रदर्शन की वजह से ना सिर्फ गिरफ्तार कर लिया गया था, बल्कि इमरान सरकार ने तहरीक-ए-लब्बैक को प्रतिबंधित भी कर दिया था। जिसके बाद एक बार फिर से पाकिस्तान में विद्रोह की आग सुलग चुकी है और ऐसे मौके पर देश का गृहमंत्री शेख रशीद मैच देखने दुबई पहुंच गये थे, लिहाजा इमरान खान ने उन्हें फौरन देश लौटने के लिए कहा था। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इस वक्त खुद इमरान खान सऊदी अरब के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, लिहाजा गृहमंत्री को फौरन देश बुलाया गया है।
पाकिस्तान में भीषण प्रदर्शन
पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक यानि टीएलएपी कई शहरों में प्रदर्शन कर रही है और ये संगठन राजधानी इस्लामाबाद तक मार्च करने वाली है। जिसको देखते हुए पाकिस्तान की राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त कर दी गई और पाकिस्तान अर्द्धसैनिक बल के करीब 500 जवानों को एक हजार सैनिकों के साथ सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए लगाया गया है। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, कराची में टीएलएपी के शांतिपूर्ण जुलूस पर जब पुलिस ने सख्ती बरतने की कोशिश की थी, उस वक्त हिंसा भड़क गई और 10 से ज्यादा लोग मारे गये हैं, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे। आपको बता दें कि, तहरीक-ए-लब्बैक की मांग फ्रांस के राजदूत को पाकिस्तान से निकालने की है और उसी की मांग के लिए अप्रैल महीने में देशभर में हिंसक प्रदर्शन किया गया था।
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