पाकिस्तान: सरकार ने किया रक्षा बजट में 20 फीसदी का इजाफा, भारत पर निगाहें
इस्लामाबाद। अमेरिका ने सिक्योरिटी मदद रोकने के बाद, पाकिस्तान ने अपने रक्षा बजट में इजाफा किया है। पाकिस्तान की पीएमएल-एन सरकार ने 2018-19 के लिए रक्षा बजट में करीब 20 प्रतिशत तक बढ़ाने का फैसला लिया है। वर्तमान पाकिस्तान सरकार द्वारा रक्षा बजट में किया गया अब तक का यह सबसे बड़ा इजाफा है। हालांकि, विपक्षी पार्टी ने सरकार के इस फैसला का विरोध करते हुए पार्लियामेंट से वॉक आउट कर दिया। पाकिस्तान में इस साल जुलाई में आम चुनाव होने है।
पिछले कुछ महीनों में आतंकियों घटनाओं में कमी और चीन की ओर से हो रहे निवेश की वजह से पाकिस्तान की इकनॉमी को फिर से पटरी पर लाने का काम किया है। पाकिस्तान में 2017-18 (जुलाई-जून) में 5.8 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो कि पिछले 13 साल में सबसे ज्यादा है। पाकिस्तान में स्पष्ट रूप से सिविल-मिलिट्री टेंशन के बावजूद भी पीएमएलएन ने सैना के तीनों विंग के लिए आने वाले वित्तीय वर्ष में 1 ट्रिलियन बजट का प्रस्ताव पास किया।
पाकिस्तान में पहली बार रक्षा खर्च 1 ट्रिलियन पार कर गया है। इन वित्तीय वर्षों में सेना पर किए गए खर्च की तुलना में 2018-19 के आवंटन में 80 अरब रुपये या 19 .6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती हुई है। पाकिस्तान के डिफेंस ऑफिशियल के मुताबिक, कुल आवंटित बजट में से आर्मी को 47 प्रतिशत, एयर फोर्स को 20 प्रतिशत और नेवी को 10 प्रतिशत हिस्सा मिला है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री मिफ्ताह इस्माइल जब कह रहे थे कि इंटरेस्ट रेट में ऐतिहासिक कमी, बिजनेस और इंडस्ट्री में ग्रोथ और नौकरियों के अवसर पैदा हुए हैं, उस वक्त संसद में विपक्षी पार्टी के सासंदों को हवा में पेपर फेंकता हुए देखा गया था।