पाकिस्तान सरकार ने विश्वविद्यालयों से कहा, सत्तू और लस्सी को दीजिए बढ़ावा, जानिए क्यों
गंभीर आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान में गैर-जरूरी लग्जरी सामानों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं, पाकिस्तान के योजना मंत्री ने देश के लोगों से अपील की है, कि वो चाय का सेवन कम कर दें।
इस्लामाबाद, जून 25: पाकिस्तान सरकार ने विश्वविद्यालयों से सत्तू और लस्सी को बढ़ावा देने के लिए छात्रों को प्रेरित करने के लिए कहा है। पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग ने अब चाय के आयात पर खर्च में कटौती के लिए एक नया तरीका सुझाया है। पाकिस्तानी अखबार द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षा निकाय ने कुलपतियों से 'लस्सी' और 'सत्तू' जैसे स्थानीय पेय की खपत को बढ़ावा देने के लिए कहा है।
लस्सी और सत्तू को दिया जाए बढ़ावा
पाकिस्तान उच्च शिक्षा आयोग का कहना है कि इस कदम से न केवल देश में रोजगार बढ़ेगा, बल्कि देश में चल रहे आर्थिक संकट के बीच जनता के लिए आय भी पैदा होगी। उच्च शिक्षा आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष ने पाकिस्तान के सामने आने वाले आर्थिक संकट का हवाला दिया और उनसे 'नेतृत्व की भूमिका' निभाने और निम्न आय समूहों को राहत प्रदान करने के लिए नए तरीकों के बारे में सोचने को कहा। सुझाए गए उपायों में से एक में स्थानीय चाय बागानों को बढ़ावा देना और स्थानीय रूप से निर्मित और स्वस्थ पेय जैसे 'लस्सी' और 'सत्तू' का इस्तेमाल करना शामिल हैं। आयोग ने कहा कि इस कदम से इन पेय पदार्थों के निर्माण में आय की भागीदारी और रोजगार भी पैदा होगा।
चाय का सेवन कम करने का आग्रह
आपको बता दें कि, गंभीर आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान में गैर-जरूरी लग्जरी सामानों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं, पाकिस्तान के योजना मंत्री ने देश के लोगों से अपील की है, कि वो चाय का सेवन कम कर दें, क्योंकि चाय खरीदने के लिए पाकिस्तान को पैसे उधार लेने पड़ रहे हैं, जिससे पाकिस्तान का रिजर्व मुद्रा भंडार गंभीर तरीके से प्रभावित होता है। इसके साथ ही पाकिस्तान में कार आयात पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है और पाकिस्तान में सरकारी कर्मचारियों को अब हफ्ते में दो दिनों की छुट्टी दी जा रही है, ताकि पेट्रोल का इस्तेमाल कम हो। पाकिस्तान के योजना मंत्री ने एक वीडियो संदेश में कहा कि, 'मैं देश से चाय की खपत में 1-2 कप की कटौती करने की अपील करता हूं, क्योंकि हमें कर्ज लेकर चाय का आयात करना पड़ता है'।
गंभीर आर्थिक संकट में फंसा है पाकिस्तान
पाकिस्तान हाल के दिनों में गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। बेंचमार्क इंडेक्स में 2,000 से अधिक की गिरावट के बाद शुक्रवार को देश के स्टॉक एक्सचेंज ने कारोबार रोक दिया। समाचार एजेंसी एपी ने बताया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने घोषणा की है, कि वह प्रमुख उद्योगों पर एक नया 10 प्रतिशत सुपर टैक्स लगा रहे हैं, जिसके बाद पाकिस्तान शेयर बाजार औंधे मुंह गिर गया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने चेतावनी दी है कि, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दिवालिया होने के कगार पर है और वह देश को बचाने और गरीबों को टैक्स से बचाने के उपाय कर रहे हैं। नया टैक्स सीमेंट, स्टील, चीनी, बैंकिंग, कपड़ा और अन्य जैसे उद्योगों पर लागू होगा। वहीं, पाकिस्तान में अब नये ग्रेजुएट टैक्स के बारे में भी सोचा जा रहा है। संसद द्वारा अनुमोदन के बाद उपायों के 1 जुलाई से प्रभावी होने की उम्मीद है।
चीन ने फिर दिया विशालकाय कर्ज
वहीं, पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने देश को बताया है कि, चीन ने पाकिस्तान को 2 अरब 30 करोड़ डॉलर का नया कर्ज दिया है, जो स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के खाते में क्रेडिट हो चुका है। इस्माइल ने ट्वीट किया, 'मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि 15 अरब आरएमबी (करीब 2.3 अरब डॉलर) का चीनी कंसोर्टियम ऋण आज स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) के खाते में जमा कर दिया गया है, जिससे हमारे विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि हुई है'।
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