जो बाइडेन प्रशासन ने ‘कश्मीर को भारत का हिस्सा’ बताया तो बौखला गया पाकिस्तान, अमेरिका को सुना दी खरी-खोटी
कश्मीर को भारत का हिस्सा बताए जाने वाले अमेरिकन विदेश मंत्रालय के ट्वीट के बाद पाकिस्तान बौखला गया है।
वाशिंगटन/नई दिल्ली/इस्लामाबाद: अमेरिका ने कश्मीर को भारत का हिस्सा क्या बताया पाकिस्तान बौखला गया। जो बाइडेन प्रशासन ने कश्मीर में 4G इंटरनेट सेवा बहाल होने का स्वागत क्या किया, पाकिस्तान की हालत पतली हो गई और उसने अमेरिका को खरी-खोटी सुनना में एक पल की भी देर नहीं की।
अमेरिका ने कहा- भारत का कश्मीर
दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्रालय के दक्षिण एवं मध्य एशिया ब्यूरो ने एक ट्वीट के जरिए कश्मीर में 4G इंटरनेट सेवा बहाल होने का स्वागत किया है। जो बाइडेन प्रशासन के ट्वीट में कहा गया है कि 'हम भारत के जम्मू एवं कश्मीर में 4G इंटरनेट सेवा बहाल होने का स्वागत करते हैं। इंटरनेट बहाल होने से कश्मीर के लोगों को काफी फायदा होगा साथ ही कश्मीर की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिति में काफी तेजी से सुधार दर्ज किया जाएगा'। इस ट्वीट में सबसे खास बात ये है कि यहां 'भारत का कश्मीर' बताया गया है जिससे पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के जो बाइडेन प्रशासन के इस ट्वीट पर निराशा जाहिर करते हुए अपने दर्द का इजहार किया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने बयान में कहा है कि 'अमेरिका को कश्मीर की जमीनी हकीकत से आंखे नहीं चुरानी चाहिए'
कश्मीर पर बौखलाया पाकिस्तान
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने बयान में कहा है कि 'अमेरिका का नया जो बाइडेन प्रशासन लगातार दुनिया के मानवाधिकार मुद्दे पर बात कर रहा है ऐसे में बाइडेन प्रशासन को कश्मीरी लोगों के मानवाधिकार पर भी बात करनी चाहिए'। पाकिस्तानी अखबार 'द डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी विदेश मंत्री का ये बयान जो बाइडेन प्रशासन के उस ट्वीट के बाद है, जिसमें अमेरिका ने कश्मीर को भारत का हिस्सा बताया है। कश्मीर को भारत का हिस्सा बताए जाने के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफिज चौधरी ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि 'ये पाकिस्तान के लिए काफी निराशा की बात है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कश्मीर को भारत का हिस्सा बताया है इससे हम काफी निराश हैं'
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि 'जम्मू-कश्मीर को UN के अनेकों प्रस्ताव में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने विवादित माना है, ऐसे में कश्मीर को भारत का हिस्सा बता देना तर्कसंगत है'। वहीं, ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्पोरेशन (OIC) को भी सलाह देते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि 'OIC को कश्मीर और कश्मीर के लोगों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए' अपनी रिपोर्ट में पाकिस्तानी अखबार ने OIC पर अरब देशों का प्रभुत्व बताया है, जिसके भारत के साथ काफी अच्छे संबंध हैं। UAE और सऊद अरब पिछले एक साल में पाकिस्तान को कई बड़े झटके दे चुका है, लिहाजा अब पाकिस्तान के अंदर से OIC के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। पाकिस्तानी नेता अब खुले मंच से कहते हैं कि OIC से पाकिस्तान को हट जाना चाहिए।
OIC को सलाह देते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि 'मैं उम्मीद करता हूं कि OIC पाकिस्तान के लोगों की उम्मीदों को धोखा नहीं देगा। पाकिस्तान सरकार की जरूरतें दूसरी हैं लेकिन पाकिस्तानी लोगों का सेंटिमेंट कुछ और है। OIC इसे स्वीकार करे और देखे की दुनिया कितनी तेजी से बदल रही है' इस स्टेटमेंट के साथ पाकिस्तानी विदेश मंत्री OIC को ये याद दिलाना नहीं भूले कि पाकिस्तान OIC के संस्थापक सदस्यों में से एक है
कश्मीर में 4G इंटरनेट बहाल
जम्मू कश्मीर में डेढ़ साल बाद शुक्रवार से 4जी सेवा बहाल हो गई है। संसद ने पिछले साल 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को रद्द कर जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिया था। उसके बाद से ही कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंाड कर दी गई थीं। हालांकि, 2जी इंटरनेट सेवा को 25 जनवरी 2020 को बहाल किया गया था। अब राज्य में कुल 550 दिनों बाद 4जी मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल हुई है।
शी जिनपिंग की आक्रामकता से डरे जो बाइडेन, कहा- चीन को नहीं रोका तो अमेरिका का 'लंच खा जाएगा'