UN में पाकिस्तान ने कर दी झूठ की बरसात, आतंकवाद और धार्मिक स्वतंत्रता पर हैरान करने वाले बयान
UN में वर्चुअल मीटिंग के दौरान पाकिस्तान ने लोगों की धार्मिक आजादी, धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और आतंकवाद पर जमकर झूठ बोला है।
नई दिल्ली: बिल्ली अगर कहे कि वो दूध नहीं पीती है तो उसकी इस झूठ पर लोग कैसी प्रतिक्रिया देंगे, ठीक वैसे ही झूठों की बरसात UN में पाकिस्तान ने कर दी है। UN में वर्चुअल मीटिंग के दौरान पाकिस्तान ने लोगों की धार्मिक आजादी, धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और आतंकवाद जैसे मुद्दों को उठाने की कोशिश की लेकिन अपने झूठ की बरसात में पाकिस्तान खुद भींगता रहा।
UN में धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा
न्यूयॉर्क में चल रहे यूनाइटेड नेशंस के वर्चुअल मीटिंग के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने धार्मिक स्वतत्रता और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि साउथ एशिया में धार्मिक स्थलों और धार्मिक आधार पर लोगों की सुरक्षा के लिए फौरन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को हस्तेक्षेप करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि साउथ एशिया में लोगों के साथ धार्मिक आधार पर भेदभाव हो रहा है, उन्हें मजहब के नाम पर प्रताड़ित किया जाता है और उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ किया जाता है। शाह महमूद कुरैशी ने वर्चुअल मीटिंग के दौरान धार्मिक आजादी और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा का मुद्दा जरूर उठाया मगर वो UN को ये बताना भूल गये कि पाकिस्तान में हिन्दू अल्पसंख्यकों की जिंदगी कैसे पाकिस्तानी कट्टरपंथियों ने जहन्नुम से भी बदतर बना दी है। UN में पाकिस्तान पूरी बेशर्मी के साथ धार्मिक स्थलों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया मगर वो ये भूल गया कि कैसे पाकिस्तान में मंदिरों पर हमले होते हैं। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ये भी भूल गये कि पिछले सप्ताह ही पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तान सरकार को क्षतिग्रस्त कर दिए एक मंदिर को सरकारी खर्च पर फिर से निर्माण कराने के आदेश दिए हैं।
आतंकवाद पर पाकिस्तान के झूठ
UN की वर्चुअल मीटिंग में पूरी बेशर्मी के साथ लगातार झूठ बोल रहा था। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने UN की मीटिंग में साउथ एशिया में आतंकवादी घटनाओं को राज्य प्रायोजित आतंकवाद का भी मुद्दा उठाया। मगर पाकिस्तानी विदेश मंत्री कि ढिठाई देखिए कि वो ये भूल गये कि FATF ने आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने से इनकार कर दिया। आतंकवाद पर कार्रवाई करने के लिए FATF ने पाकिस्तान को 27 प्वाइंट्स पर काम करने को कहा था जिसे पाकिस्तान अब तक नहीं कर पाया है। इसके साथ शाह महमूद कुरैशी ये भी भूल गये कि अगली बार अगर FATF की आतंकवाद निरोधक शर्तों को पाकिस्तान पूरा नहीं कर पाया तो उसे ब्लैक लिस्ट में भी डाला जा सकता है। पाकिस्तान ने UN की मीटिंग में कहा कि साउथ एशिया में आतंकवादी घटनाओं को रोकने के लिए पूरी दुनिया को एक साथ आवाज उठाने की जरूरत है। UN की मीटिंग में कई मुद्दों पर झूठ बोलने वाले पाकिस्तान ने फिर से कश्मीर का मुद्दा उठा दिया जबकि भारत कश्मीर को विकास के रास्ते पर लाने के लिए कई योजनाएं चला रहा है।