पाकिस्तान ने UN में फिर से उठाया जम्मू कश्मीर का मसला, भारत ने कहा अपने लालच से मजबूर है देश
न्यूयॉर्क। पाकिस्तान ने एक बार फिर ये यूनाइटेड नेशंस (यूएन) में जम्मू कश्मीर का मसला उठाया है। पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत पर कई आरोप लगाए और पाक को हर आरोप का करार जवाब दिया गया। भारत ने पाक को सीमा के लालची देश करार दिया है। यूएन में भारत ने पाक की पोल खोलकर रख दी और कहा कि यह देश हमेशा से ही कई ऐसे प्रयास करता आया है जो पागलपन से कम नहीं हैं। यह जानते हुए भी जम्मू कश्मीर कभी भी यूएन के आत्मनिर्णयके एजेंडे में नहीं रहा है लेकिन फिर भी पाक बाज नहीं आ रहा है।
यूएन मुखिया बोले आपस में हल निकालें भारत-पाक
पाकिस्तान की तरफ से यूएन में राजदूत मलीहा लोधी ने एक मीटिंग के दौरान कहा कि कश्मीर के लोगों से उनका आत्मनिर्णय का अधिकार छीना जा रहा है। यह अधिकार उन्हें यूएन सिक्योरिटी काउंसिल के 11 प्रस्तावों के तहत मिला है। लोधी कुछ ही दिनों में अपने पद से मुक्त होने वाली हैं। लोधी पर हमला बोलते हुए भारत की पहली सचिव पलोमी त्रिपाठी ने कहा, 'कश्मीर के लोगों की तरफ से जनमत संग्रह के अधिकार का प्रयोग सिर्फ एक प्रतिनिधिमंडल ने ही गलत तरीके से किया है। यह प्रतिनिधिमंडल हमेशा से ही क्षेत्रीय लालच को पूरा करने के मकसद से विश्वसनीयता हासिल करने के लिए कई व्यर्थ प्रयास कर चुका है।'
भारत का अभिन्न अंग है जम्मू कश्मीर
त्रिपाठी ने इसके साथ ही जम्मू कश्मीर को भारत का एक अभिन्न हिस्सा करार दिया है। त्रिपाठी ने कहा कि सच यही है कि जम्मू कश्मीर कभी भी यूएन के उस एजेंडे में नहीं रहा है जिसमें लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार दिया जाता है। वहीं यूएन के जनरल सेक्रेटरी एंटोनियो गुटेरेस ने फिर से दोहराया है कि भारत और पाकिस्तान इस मसले का हल आपसी वार्ता से निकालें। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि मानवाधिकारों का पूरा सम्मान भी सुनिश्चित किया जाए।