बंदरों पर नाकाम रही Oxford की कोरोना वैक्सीन, अब इस देश ने शुरू किया ट्रायल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए हम इंसानों को वैक्सीन (टीका) की जरूरत है जिसकी खोज में दुनियाभर के वैज्ञानिक जुटे हुए हैं। इस अभियान में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता भी लगे हुए थे लेकिन उनके हाथ सिर्फ विफलता ही लगी है। ऑक्सफोर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक वैक्सीन का ट्रायल शुरुआती चरण में ही फेल हो गया। दरअसल, ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों ने ChAdOx1 nCoV-19 वैक्सीन का ट्रायल बंदरों पर किया था जिसके बाद उनपर कुछ खास असर होता नहीं दिख रहा है।
अमेरिकी कंपनी से दुनिया को उम्मीद
हालांकि इस बीच अमेरिका की बायोटेक्नोलॉजी कंपनी मॉडर्न आईएनसी ने कोविड-19 के खिलाफ जंग में दुनिया को एक नई उम्मीद दी है। कंपनी ने महामारी से लड़ने के लिए एक वैक्सीन विकसित किया है जिसके शुरुआती चरण में ही शोधकर्ताओं के हाथ सफलता लगी है। मॉडर्न आईएनसी द्वारा बनाई गई वैक्सीन इंसानी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जिसके बाद वह कोरोना वायरस से लड़ने में सहायक होता है।
आठ लोगों पर ट्रायल जारी
अमेरिकी कंपनी के वैक्सीन का अभी तक आठ लोगों पर ट्रायल किया जा चुका है, जिसमें उन्हें 25 से 100 एमसीजी की दो डोज दी गई थी। इस दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि कोरोना वायरस से ठीक हो चुके मरीजों में यह दवा एक सुरक्षात्मक एंटीबॉडी को विकसित करती है, हालांकि कुछ लोगों पर वैक्सीन के साइडइफेक्ट भी देखे गए हैं। इस दौरान किसी को दर्द, इंजेक्शन वाली जगह पर लाल धब्बे और बुखार जैसी समस्याएं देखी गई। वैक्सीन बनाने के बाद कंपनी के शेयर्स में 30 फीदसी का इजाफा हुआ है।
थाईलैंड में भी ट्रायल की शुरुआत
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में ऑक्सफोर्ड की असफलता के बाद अब थाईलैंड भी इस रेस में उतर चुका है। थाईलैंड की तरफ से कहा गया है कि अगले एक वर्ष में कोविड-19 की वैक्सीन को विकसित किया जा सकता है। अभी तक थाईलैंड को अपने प्रजेक्ट में चूहों पर सफलता प्राप्त हुई है, अलगे हफ्ते बंदरों पर इसका ट्रायल शुरू किया जाएगा। थाईलैंड की वैक्सीन देश का National Vaccine Institute डेवलप कर रहा है।
दुनियाभर में 50 लाख से अधिक संक्रमित
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 50 लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है। इस महामारी के चलते 3.39 लाख से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है। स्वास्थ्य आपात के इस संकट में दुनियाभर के वैज्ञानिक महामारी का तोड़ निकालने में जुटे हुए हैं। भारत के शोधकर्ता भी इस दिशा में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। बता दें कि देश में अभी तक कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1.25 लाख के पार जा चुकी है वहीं अब तक 3583 लोगों की मौत हुई है।
यह भी पढ़ें: कोरोना के कहर के बीच अहमदाबाद में चौंकाने वाला सुधार, संक्रमितों का रिकवरी रेट 140% बढ़ा, ये देश से 3 गुना