UN रिपोर्ट का दावा, साल 2017 में भारत से 7,000 से भी ज्यादा लोगों ने मांगी अमेरिका में शरण
यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष यानी साल 2017 में भारत से अमेरिका में शरण चाहने वाले लोगों की आंकड़ां 7,000 से भी ज्यादा था। यूएन रिफ्यूजी एजेंसी की इस रिपोर्ट की मानें तो पिछले वर्ष अमेरिका में शरण मांगने वाले नए लोगों की संख्या सबसे ज्यादा थी।
न्यूयॉर्क। यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष यानी साल 2017 में भारत से अमेरिका में शरण चाहने वाले लोगों की आंकड़ां 7,000 से भी ज्यादा था। यूएन रिफ्यूजी एजेंसी की इस रिपोर्ट की मानें तो पिछले वर्ष अमेरिका में शरण मांगने वाले नए लोगों की संख्या सबसे ज्यादा थी। इस समय अमेरिका में मैक्सिको से आने वाले शरणार्थियों को लेकर बवाल मचा हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई इमीग्रेशन पॉलिसी की आलोचना दुनियाभर में हो रही है। इन तमाम घटनाक्रमों के बीच ही यूएन की यह रिपोर्ट आई है।
लगातार बढ़ रहा है विस्थापन
यूएन रिफ्यूजी एजेंसी ने अपनी हर वर्ष जारी होने वाली ग्लोबल ट्रेंड्स रिपोर्ट को जारी किया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 68.5 मिलियन लोग साल 2017 में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से विस्थापित हुए। इनमें से 16.2 मिलियन लोग ऐसे थे जो या तो बार-बार विस्थापित हो रहे थे या पहली बार विस्थापन का शिकार हो रहे थे। यूएन की रिपोर्ट विस्थापन के पीछे युद्ध, दूसरे प्रकार की हिंसा और कई केसेज में सजा को वजह बताया गया है। यूएन की मानें तो लगातार यह पांचवां मौका था जब दुनिया में इतने बड़े स्तर पर विस्थापन हुआ है। यूएन की मानें तो कांगो में संकट, साउथ सूडान में युद्ध और बांग्लादेश में म्यामांर से आने वाले रोहिंग्या शरणार्थियों के संकट ने विस्थापन को और बढ़ाया।
सबसे आगे मैक्सिको
रिपोर्ट के मुताबिक 168 देशों के 50,000 से ज्यादा नागरिकों की ओर से अमेरिका में शरण मांगी गई। इनमें मैक्सिको के 26,100, चीन के 17,400, हैती के 8,600 और भारत के 7,400 नागरिक थे। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 के अंत में भारत में1,97,146 शरणार्थी थे और 10,519 लोगों की ओर से शरण की मांग की गई। भारत से साल 2017 के अंत तक शरण चाहने वाले व्यक्तियों की संख्या 40,391 थी। अफगानिस्तान से सबसे ज्यादा लोगों की ओर से शरण मांगी गई थी। अफगानिस्तान से 1,24,900 लोगों की ओर से 80 देशों में शरण चाही गई थी।