ब्रिटेन समेत दुनिया के 30 देशों में अब मान्य होगा भारत का कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट, देखिए लिस्ट
नई दिल्ली, अक्टूबर 15। हाल ही में ब्रिटेन के नए कोरोना ट्रैवल नियमों को लेकर भारत का उसके साथ गहरा विवाद सामने आया था। हालांकि भारत की कड़ी आपत्ति के बाद वो विवाद सुलझ गया। दरअसल, ब्रिटेन के नए नियमों में कहा गया था कि वैक्सीन ले चुके भारतीयों को यहां आने पर कोरोना टेस्ट और क्वारंटीन रहना होगा। इस पर भारत की कड़ी आपत्ति के बाद ब्रिटेन ने ना सिर्फ नियम बदले बल्कि भारत के कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट को मान्यता भी दे दी। अब खबर है कि ब्रिटेन के अलावा दुनिया के 30 से अधिक देशों ने भारत के कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट को मान्यता देने पर सहमति व्यक्त की है।
ब्रिटेन के अलावा ये देश हैं लिस्ट में शामिल
पीटीआई की खबर के मुताबिक, ब्रिटेन के अलावा फ्रांस, जर्मनी, नेपाल, बेलारूस, लेबनान, आर्मेनिया, यूक्रेन, बेल्जियम, हंगरी और सर्बिया जैसे देशों ने भारत के कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट को मान्यता देने पर सहमति जताई है। वहीं दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन और यूरोप के कुछ अन्य देश ऐसे हैं, जहां से यात्रियों को भारत आने पर अनिवार्य कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। इन देशों में आगमन के बाद कोविड टेस्टिंग और स्क्रीनिंग दोनों की जाती है।
पिछले हफ्ते ही हंगरी और सार्बिया समेत कई देश जुड़े थे लिस्ट में
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया था कि भारत ने हंगरी और सर्बिया को उन देशों की सूची में जोड़ा है, जो भारत के कोविद -19 टीकाकरण प्रमाण पत्र को पारस्परिक रूप से मान्यता देने के लिए सहमत हुए हैं। बागची ने कहा था कि भारत के टीकाकरण प्रमाणपत्र को मान्यता मिलने से लोगों को शिक्षा, व्यवसाय, पर्यटन और अन्य चीजों के लिए दुनियाभर के देशों में जाने के लिए मदद मिलेगी।
भारत-ब्रिटेन में हुआ था विवाद
आपको बता दें कि भारत को ये उपलब्धि तब मिली है, जब हाल ही में ब्रिटेन ने भारत की कड़ी नाराजगी के बाद अपने कोरोना ट्रैवल नियमों में बदलाव किया था और कहा था कि अब भारत से आने वाले हर यात्री का कोविड सर्टिफिकेट ब्रिटेन में मान्य होगा। इससे पहले ब्रिटेन ने ये नियम बनाया था कि भारत से जो भी यात्री उनके देश में आएगा, उसे कोरोना टेस्ट कराना होगा और क्वारंटीन में रहना होगा फिर भले ही उस यात्री ने वैक्सीन ले रखी हो। भारत की आपत्ति के बाद ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलाइस ने ट्वीट कर कहा था कि 11 अक्टूबर से भारत से ब्रिटेन आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन में नहीं रहना होगा, जिन यात्रियों ने कोविशील्ड या फिर यूके द्वारा अप्रूव्ड किसी भी वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी हो।
ये भी पढ़ें: कोरोना की पहली वैक्सीन बनाने वाले रूस में हालात बिगड़े, एक दिन में रिकॉर्ड 986 मौतें