ओउमुआमुआः सिगार की शक्ल वाला अंतरिक्ष का 'घुसपैठिया'
ये बेतरतीब तरीके से घूम रहा है और वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले अरबों सालों तक वो ऐसा ही करता रहेगा.
कुछ-कुछ सिगार की शक्ल वाला अंतरिक्ष में ये 'घुसपैठिया' बेतरतीब तरीके से घूम रहा है.
और वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले अरबों सालों तक वो ऐसा ही करता रहेगा.
हमारे सौरमंडल से बाहर के इस ऐस्टरॉइड या क्षुद्रग्रह से टकराकर आ रही रोशनी पर रिसर्च के बाद बेलफास्ट के वैज्ञानिकों ने ये बात कही है.
क्वींस यूनिवर्सिटी के डॉक्टर वेस फ्रेज़र कहते हैं, "कभी न कभी इसकी टक्कर हुई होगी."
बीबीसी ने अपने रविवार को कार्यक्रम 'स्काई एट नाइट' में उनकी टीम के शोध को शामिल किया और इस रिसर्च रिपोर्ट को 'नेचर एस्ट्रोनॉमी' में प्रकाशित किया गया है.
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'ओउमुआमुआ' नाम
अक्तूबर के महीने में वैज्ञानिकों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले इस अजीब खगोलीय वस्तु को 'ओउमुआमुआ' नाम दिया गया है.
इसके बारे में एक और दिलचस्प जानकारियां सामने आई हैं. ओउमुआमुआ किसी अन्य सौरमंडल से आया है.
आकाश में इसके रस्ते से पता चलता है कि ये हमारे पड़ोसी सौरमंडल में उत्पन्न नहीं हुआ है.
शुरू में ये सोचा गया कि ये चीज़ धूमकेतु हो सकती है. लेकिन इसमें धूमकेतु के व्यवहार, जैसे- धूल कण, बर्फ़ और गैस मिश्रित पुच्छल संरचना जैसा कुछ नहीं पाया गया.
ओउमुआमुआ क्षुद्रग्रह जैसा है, लेकिन इसका आकार असामान्य है क्योंकि इसे सिगार या खीरे जैसा बताया जा रहा है.
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जिम्नास्ट की तरह पलट रहा था...
इसकी अधिकतम लंबाई-चौड़ाई 200 मीटर बताई जा रही है. क्वींस यूनिवर्सिटी की टीम इसकी प्रकृति और इसके घूर्णन का सटीक पता लगाना चाहती थी.
ऐसा करने के लिए, टीम ने कुछ समय तक इसकी चमक की विविधताओं का अध्ययन किया.
डॉक्टर फ्रेज़र और उनकी टीम ने पाया कि यह अन्य छोटे तारों (क्षुद्र ग्रहों) की तरह एक अंतराल पर नहीं घूम रहा बल्कि यह अव्यवस्थित तरीके से घूम रहा था. ये किसी जिम्नास्ट की तरह पलट रहा था.
रविवार को बीबीसी फोर के स्काई ऐट नाइट कार्यक्रम में क्वींस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इसे टेबल टेनिस के बैट की मदद से दिखाया.
"बैट को हवा में उछालें और वो एक अक्ष पर पूरी तरह से पलट जाएगा, इसे दूसरी तरह से फेंकने पर यह और भी बेतरतीब तरीके से घूमता है."
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एक अरब साल तक इसी तरह पलटता रहेगा...
रिसर्च टीम ने बीबीसी फोर के प्रस्तुतकर्ता क्रिस लिन्टॉट से कहा, "यह बहुत तेज़ी से डगमगाने लगता है और यही कारण है कि हम इसे पलटने वाला कह रहे हैं."
बहुत संभावना है कि ओउमुआमुआ पहले किसी वस्तु से टकराया होगा.
शोधकर्ता उस टक्कर का वास्तविक समय नहीं बताते, लेकिन वो कहते हैं कि इसका इसी तरह पलटना कम से कम एक अरब साल तक जारी रहेगा.
वो कहते हैं कि पलटने से इसके सतह पर तनाव और विकृति पैदा होती है जिससे निश्चित ही जैसे धरती पर ज्वार आता है और धीरे धीरे कम होता है, उसी तरह इसकी ऊर्जा में कमी आएगी. हालांकि यह प्रक्रिया बहुत धीमी है और इसमें बहुत लंबा वक्त लगेगा.
लार्ज सिनॉप्टिक सर्वे टेलिस्कोप
वो कहते हैं कि हम इसकी हाई-रिज़ॉल्यूशन इमेज नहीं ले सके हैं जिससे ये देख सकें कि इसकी सतह पर कोई गड्ढा तो नहीं है, जिससे यह पता चल सके कि इसने पलटना कब शुरू किया था.
अब ओउमुआमुआ जैसी चीज़ों की और सघनता से खोज की जा रही है. इस खोज से अनुमान लगाया गया है कि हमारे सौरमंडल में 10 हज़ार से अधिक ऐसी ही वस्तुएं नेपच्यून की कक्षा में होनी चाहिए.
समस्या है कि आकार में बेहद छोटे और अंधकार होने की वजह से इन्हें ढूंढ पाना बहुत मुश्किल है.
हालांकि, अब एक नया टेलिस्कोप आ रहा है जो इस शोध को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाएगा. यह लार्ज सिनॉप्टिक सर्वे टेलिस्कोप है जो अगले कुछ वर्षों में आ जाएगा.
समूचे आकाश की तस्वीर
अपने 8.4 मीटर के मिरर और सुपर डिजिटल कैमरे से ये कुछ दिनों के अंतराल पर रात के दौरान देखे जा सकने वाले चिली के समूचे आकाश की तस्वीर लेगा.
यदि कोई वस्तु आसमान में घूम रही हो तो उसका इस लार्ज सिनॉप्टिक सर्वे टेलिस्कोप से बच पाना लगभग नामुमकिन होगा.
डॉक्टर फ्रेज़र ने कहा, "इस टेलिस्कोप से ओउमुआमुआ जैसी वस्तुओं को तलाशने के लिए बहुत कारगर टूल साबित होगा. हमें उम्मीद है कि लार्ज सिनॉप्टिक सर्वे टेलिस्कोप ऐसी सैकड़ों वस्तुओं की खोज में कामयाब होगा."