30 जून को बदल जायेगा आपकी घड़ी का समय, सॉफ्टवेयर हो सकते हैं क्रैश
नई दिल्ली। पृथ्वी के घूर्णन की गति में आ रही कमी ने सभी सॉफ्टवेयर कंपनियों की दिल की धड़कनों को बढ़ाकर रख दिया है। इस साल 30 जून को घड़ियों के समय में अजीबोगरीब परिवर्तन के चलते इन कंपनियों के सॉफ्टवेयर पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
दरअसल पृथ्वी के घूर्णन में आयी कमी के चलते हर इस साल 30 जून का महीना हर साल की अपेक्षा एक सेकंड बड़ा होगा। पेरिस ऑब्जर्वेटरी ने इस बात की घोषणा करते हुए कहा है कि इस बार घड़ियों में एक लीप सेकंड जोड़ा जाएगा। जिसकी वजह से जब आपकी घड़ियों में 11:59:59 बजेगा तो उसके बाद सीधे 12.00 की बजाए 11:59:60 बजेगा।
घड़ी के समय में इस एक सेकंड के फेरबदल के चलते दुनियाभर की कंपनियों की चिंता काफी बढ़ गयी है। इससे पहले 2012 में भी लीप सेकंड जुड़ने की वजह से कई कंपनियों को सॉफ्टवेयर क्रैश हो गये थे। हालांकि कई कंपनियों ने इसके लिए पहले से ही तैयारी कर रखी है लेकिन बावजूद इसके खतरा बना हुआ है।
गौरतलब है कि 1972 से अबतक 26 बार घड़ियों में लीप सेकंड को जोड़ा जा चुका है। अमेरिकी नेवल ऑब्जर्वेटरी के अर्थ ऑरियंटेशन पैरामीटर्स के प्रमुख निक स्टैमाताकोस का कहना है कि पृथ्वी के घूर्णन में हर साल आ रही कमी की वजह से ऐसा हो रहा है।