पीएम मोदी के लद्दाख दौरे से चीन तिलमिलाया, कहा-तनाव बढ़ाने वाला कोई कदम न उठाएं
बीजिंग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब शुक्रवार को अचानक लद्दाख पहुंचे तो न सिर्फ सुरक्षा विशेषज्ञ हैरान रह गए, बल्कि दुश्मन चीन भी खासा परेशान हो गया है। चीन की तरफ से पीएम मोदी के इस अचानक हुए दौरे पर प्रतिक्रिया देने में जरा भी दे नहीं की है। चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से पीएम मोदी के लद्दाख दौरे पर टिप्पणी की गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया है।
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चीनी विदेश मंत्रालय का बयान
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान की तरफ से पीएम मोदी के लद्दाख दौरे पर तल्ख बयान दिया गया है। लिजियान ने कहा, 'भारत और चीन इस समय संपर्क बनाए हुए हैं, सैन्य और राजनयिक चैनल्स के जरिए तनाव को कम करने के लिए बातचीत जारी है। किसी भी पार्टी को इस तरह का कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे इस मौके पर तनाव और बढ़े।' 15 जून को गलवान घाटी में चीन के साथ गलवान घाटी में हिंसा हुई थी उसमें 20 सैनिक शहीद हुए थे। ये सभी सैनिक लेह स्थित XIV कोर के तहत पोस्टेड थे। पीएम मोदी ने कहा, 'भारत मां के दुश्मनों ने आपकी आग और प्रकोप को देखा है।' पीएम मोदी के साथ शुक्रवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे और आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी साथ में रहे। पीएम मोदी ने सेना, वायुसेना और इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के सैनिकों के साथ 11,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित नीमू में फॉरवर्ड पोस्ट वाले इलाके में मुलाकात की। पीएम मोदी ने उन जवानों से भी मुलाकात की है जो 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में घायल हो गए थे। पीएम मोदी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर हालातों के बारे में जानकारी ली।