जर्मनी में सिर्फ मजे के लिए नर्स ने दिल के 100 मरीजों की कर डाली हत्या
बर्लिन। नर्स शब्द सुनते ही आपके दिमाग में एक ऐसी छवि बनती होगी जो अपनी सेवा से किसी भी हालत में पड़े मरीज को पल भर में ठीक कर दे। लेकिन जर्मनी में एक नर्स ने जो भी किया है उसके बाद शायद एक बार को आपका भरोसा डगमगा जाए। यहां पर एक नर्स ने मरीजों की हत्या करने का अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। 41 वर्ष के नील्स होजेल ने जर्मनी के दो अस्पतालों में कम से कम 100 मरीजों की हत्या की है। होजेल ने अपना गुनाह कुबूल किया और उसे ट्रायल के बाद उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। जर्मनी की न्यूज एजेंसी डीपीए की ओर से जानकारी दी गई कि होजेल ने ओल्डनबर्ग के कोर्ट को यह बताया है कि उसके खिलाफ जो भी आरोप लगे हैं वह काफी हद तक सही हैं।
जानबूझकर मरीजों को लेकर आया अस्पताल
होजेल पर 100 हत्याओं के आरोप ओल्डनबर्ग के अस्पताल, जहां वह साल 1999 से 2002 तक काम कर रहे थे और फिर साल 2003 से 2005 के दौरान लगे हैं। इस दौरान होजेल डेल्मेन्हऑर्सेट के एक अस्पताल में काम कर रहे थे। होजेल ने जिन मरीजों की हत्या की है उनकी उम्र 34 वर्ष से 96 थी। साल 2015 में होजेल को दो हत्याओं का दोषी बताया गया। इस दौरान जब केस चलाया गया तो होजेल ने बताया कि वह जानबूझकर 90 ऐसे मरीजों को डेल्मेन्हऑर्सेट के अस्तपाल में लेकर आया था।
फिर से जिंदा कर सकता है, सोचकर अच्छा लगता था
उसका कहना था कि उसे यह महसूस करके काफी अच्छा लगता था कि वह किसी को फिर से जिंदा कर सकता है। इसके बाद होजेल ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने ओल्डनबर्ग में भी मरीजों की हत्या की है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक होजेल 10 वर्ष की सजा जेल में काट चुका है। होजेल पर आरापे लगे थे कि उसने जानबूझकर दवाओं का ओवरडोज दिया जिससे कि आखिरी क्षणों में उनकी जिंदगी वापस लाई जा सके। ओल्डनबर्ग में केस की कार्यवाही के दौरान जज सेबेस्टियन बुहरमैन ने होजेल से पूछा- 'तुम पर लगे आरोप सही थे या नहीं?' इस पर होजेल ने इसका जवाब हां में दिया था। कोर्ट में होजेल ने कहा, 'मैंने जो कबूल किया, वो हकीकत में हुआ था।'
सीरियल किलिंग पर हो रही थी जांच
कोर्ट में केस की सुनवाई के दौरान होजेल के कई रिश्तेदार भी मौजूद थे। कार्यवाही शुरू होने के बाद जज बुहरमैन ने कहा कि इस केस का अहम मकसद सीरियल किलिंग के पूरे दायरे को स्थापित करना था, जो अभी तक जर्मनी के दो अस्पतालों में वर्षों से बिना जांच किए चलता आ रहा था। जज ने कार्यवाही शुरू होने से पहले सभी 100 मरीजों के लिए दो मिनट का मौन भी रखा था। उन्होंने होजेल से प्रॉमिस किया उसके केस का ट्रायल पूरी तरह से निष्पक्ष होगा।