NRC पर भारत ने बांग्लादेश को दिलाया यह भरोसा, कहा-आपको डरने की जरूरत नहीं
ढाका। भारत ने पड़ोसी बांग्लादेश को इस बात का भरोसा दिलाया है कि नेशनल रजिस्ट्री ऑफ सिटीजंस यानी एनआरसी का उस पर और उसके नागरिकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला इन दिनों बांग्लादेश की यात्रा पर हैं और सोमवार को उन्होंने देश की अथॉरिटीज को इस बात का आश्वासन दिया है। भारत की तरफ से बांग्लादेश को यह बात स्पष्ट कर दी गई है कि एनआरसी का मकसद असम में गैर-कानूनी तरीके से रह रहे शरणार्थियों की पहचान करना है और इसका पड़ोसी देश पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
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'सरकार और नागरिकों पर कोई असर नहीं'
श्रृंगला ने भारत की तरफ से पड़ोसी देश की तारीफ की है कि म्यांमार में साल 2017 में सैन्य कार्रवाई के बाद जो रोहिंग्या मुसलमान देश छोड़कर चले गए थे, उन्हें बांग्लादेश की तरफ से शरण की पेशकश की गई है। भारत ने इसे मानवता करार दिया है। श्रृंगला ने इस को स्वीकार किया है कि एनआरसी और रोहिंग्या मुसलमानों की वजह से बांग्लादेश में उथल-पुथल होने की संभावना है। श्रृंगला, ढाका स्थित बांग्लादेश इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज में बोल रहे थे। यहां पर उन्होंने असम में मौजूद गैर-कानूनी शरणार्थियों के मुद्दे पर बात की। उन्होंने कहा, 'मैं इस बात को फिर से साफ कर देना चाहता हूं तो हमारे नेतृत्व की तरफ से भी बार-बार कही गई है कि यह भारत की आतंरिक प्रक्रिया है। इसलिए इसका बांग्लादेश की सरकार और यहां के लोगों पर कोई असर नही पड़ेगा।'