Notre Dame Catherdal: जानिए 850 वर्ष पुराना पेरिस का एतिहासिक चर्च अंदर से कैसा दिखता था
पेरिस। फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित नोट्रे डेम कैथेड्रल 850 वर्षों का इतिहास अपने में समेट सोमवार को आग में समा गया। राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो ने जनता से वादा किया है कि वह इस कैथेड्रल को निर्माण फिर से कराएंगे। 13वीं सदी में इस कैथेड्रल का अस्तित्व दुनिया में आया। नोट्रे डेम पेरिस की वह एतिहासिक जगह थी, जिसे दुनियाभर से आने वाले लोग देखने जरूर जाते थे। जहां यह कैथेड्रल पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है तो वहीं इसकी पहचान बने दोनों टावर जिन्हें ट्विन बेल कहा जाता है, वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
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पूरी तरह से लकड़ी का था इंटीरियर
कैथेड्रेल का इंटीरियर पूरी तरह से लकड़ी से बना हुआ था और लकड़ी के काम की वजह से यह किसी लाक्षागृह से कम नहीं था। कैथेड्रल में खुली जगह तो बहुत थी लेकिन फायर प्रोटेक्शन के सिस्टम बिल्कुल भी नहीं थे। कैथेड्रल के पादरी पैट्रिक शावेत की मानें तो बिल्कुल जंगल की तरह कैथेड्रल के इंटीरियर ने आग को और भयावह कर दिया था। कैथेड्रल के दो फीचर्स ने इसे और एतिहासिक बना दिया था। ये थे- रोज विंडोस और स्टेंड ग्लास विंडोज। ये दोनों फीचर्स 13वीं सदी के समय के ही थे।
चर्च के अंदर थीं 76 पेंटिंग्स
इसके अलावा यहां पर दुनिया का मशहूर वाद्य यंत्र ग्रेट ऑर्गन भी था जो मध्यकालीन युग का था। सोमवार को इस वाद्य यंत्र का कुछ हिस्सा बच गया है। ऑर्गन को पब्लिक सर्विसेज के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा कैथेड्रल के अंदर कई मूर्तियां और पेंटिंग्स हैं जिन पर बाइबिल के दृश्य और कुछ पादरियों के चित्र बने हुए हैं। इस तरह की करीब 76 पेंटिंग्स इस कैथेड्रल में थीं और हर पेंटिंग करीब 76 मीटर लंबी थी।
ट्विन बेल टावर्स सुरक्षित
इसके अलावा ट्विन बेल टॉवर्स 19वीं सदी तक पेरिस में सबसे ऊंची संरचना थी। बाद में एफिल टावर ने इनकी जगह ले ली। नॉर्थ टावर जो सन् 1240 और साउथ टावर सन् 1250 में पूरा हुआ था। इसके अलावा कैथेड्रल की मेन बेल जो साउथ टावर में है, वह भी काफी एतिहासिक है। यह बेल फ्रांस के इतिहास के कई मौकों की गवाह रही है जिसमें द्वितीय विश्व युद्ध के खत्म होने का ऐलान भी शामिल था। इसके अलावा किसी छुट्टी और खास मौके के बारे में भी इस बेल के जरिए ही जानकारी दी जाती थी।
कई धार्मिक चीजें भी थीं चर्च के अंदर
इस कैथेड्रल में कई ऐसी चीजें थीं जिन्हें क्रिश्चियंस काफी पवित्र मानते हैं जिसमें क्राउन ऑफ थ्रोन्स, ट्रू क्रॉस और वह पवित्र कील भी शामिल है जिस पर जीसस क्राइस्ट को सूली पर लटकाया गया था। इसके अलावा कई और ऐसी कलात्मक चीजें यहां पर थीं जिनका एतिहासिक महत्व होने के साथ ही साथ वे पर्यटकों के बीच भी आकर्षण का केंद्र रही थीं।
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