राम मंदिर नहीं, मुसलमानों के दबाव में अमेरिका में रुक गया भूमि पूजन से जुड़ा कार्यक्रम
नई दिल्ली- अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भूमि पूजन और आधारशिला कार्यक्रमों को लेकर अमेरिका में न्यूयॉर्क के मशहूर टाइम्स स्क्वॉयर में भी भव्य तैयारियां की गई थीं। पूरे दिन विशाल डिजिटल स्क्रीन पर अयोध्या और भगवान राम से जुड़ी तस्वीरें और कार्यक्रमों का प्रदर्शन होना था। भूमि पूजन और आधारशिला कार्यक्रमों को भी दिखाया जाना था। लेकिन, लगता है कि कुछ मुस्लिम गुटों के विरोध के बाद नैस्डैक की डिजिटल होर्डिंग्स संभालने वाली कंपनी अपने वादे से पीछे हट गई है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो सका है कि क्या वहां पर हिंदू संगठनों की ओर से आयोजित पूरे कार्यक्रम पर ही पानी फिर गया है या सिर्फ कुछ होर्डिंग्स पर भगवान राम की तस्वीरें दिखाने से इनकार किया गया है।
यहां रुका भूमि पूजन से जुड़ा कार्यक्रम
हाल ही में हमने आपको एक खबर दिखाई थी कि अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित मशहूर टाइम्स स्क्वॉयर में अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन वाले दिन कितना भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है। लेकिन, कुछ मुस्लिम संगठनों के दबाव में यहां होने वाला कुछ कार्यक्रम रोक दिया गया है। मशहूर टाइम्स स्क्वॉयर के मुख्य होर्डिंग पर अब भगवान राम की तस्वीरें नहीं दिखाने का फैसला किया गया है। जानकारी के मुताबिक जो ऐड कंपनी टाइम्स स्क्वॉयर की मुख्य होर्डिंग को मैनेज करती है, उसने मुस्लिम संगठनों के विरोध के बाद 5 अगस्त को भगवान राम की तस्वीरें दिखाने का फैसला पलट दिया है।
नैस्डैक की विशाल स्क्रीन पर नहीं दिखेगी भगवान राम की तस्वीर
क्लैरिओन इंडिया की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका में मुसलमानों के ग्रुप ने कहा है कि ऐड कंपनी 'ब्रैंडेड सिटीज', जो टाइम्स स्क्वॉयर पर नैस्डैक के मुख्य डिजिटल बोर्ड को चलाती है, उसने हिंदू संगठनों की राम की तस्वीरें दिखाने की योजना को ठुकरा दिया है। हिंदू संगठनों ने जिन डिस्प्ले स्क्रीन पर भगवान राम की थ्री डी इमेज लगाने की तैयारी कर रखी थी उनमें नैस्डैक के विशाल 17,000 वर्ग फीट वाले स्क्रीन समेत उसके चारों ओर लगी एलईडी डिस्प्ले स्क्रीन भी शामिल है। इसे दुनिया में सबसे बड़े लगातार चलने वाला बाहरी डिस्प्ले और टाइम्स स्क्वॉयर का सबसे ऊंचा बाहरी और प्रमुख एलईडी डिस्प्ले स्क्रीन माना जाता है।
मुस्लिम संगठनों ने किया दावा
क्लैरिओन इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक मुस्लिम संगठनों में से एक इमामनेट ने बयान जारी कर दावा किया है कि वो, 'न्यूयॉर्क के मेयर,न्यूयॉर्क की सिटी काउंसिल, गवर्नर, सीनेटर और हाउस ऑफ रिप्रेंजेटेटिव्स पर दबाव डाल रहे हैं कि दक्षिणपंथी हिंदू गुटों को टाइम्स स्क्वॉयर पर लगी होर्डिंग्स पर प्रचार करने से रोकें। ' इमामनेट के प्रेसिडेंट ने डॉक्टर शेक उबेद ने कहा है कि कंपनी ने आधारशिला कार्यक्रम पर जश्न वाले समारोह को दिखाने से इनकार कर दिया है, जो कि 'बहुलवाद, मानव अधिकारों और कानून के शासन के लिए एक महान जीत है।'
भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था
बता दें कि 30 जून को अपनी रिपोर्ट में वन इंडिया ने आपको बताया था कि अमेरिका में राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत के लिए कितनी भव्य तैयारियां की गई हैं। इस मौके पर यहां के टाइम्स स्क्वॉयर पर बड़ी-बड़ी होर्डिंग्स के इंतजाम किए जा गए थे, जिसपर 5 अगस्त के दिन भूमि-पूजन और आधारशिला समारोहों के दौरान भगवान राम की 3डी तस्वीरें प्रदर्शित की जानी थी। अमेरिका में इंडिया पब्लिक अफेयर्स कमेटी के प्रेसिडेंट जगदीश सेहवानी ने बताया था कि जिस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के निर्माण के लिए आधारशिला रखेंगे, उस ऐतिसाहिक क्षण को उत्सव की तरह आयोजित करने की तैयारी की गई है। इस दौरान हिंदी और अंग्रेजी में 'जय श्री राम', भगवान राम की तस्वीरें और वीडियो, मंदिर की डिजाइन और आर्किटेक्चर वाली 3डी तस्वीरों के साथ-साथ पीएम मोदी द्वारा आधारशिला रखे जाने की तस्वीरों का भी प्रदर्शन लगातार चलते रहने की योजना थी। अभी साफ नहीं हो पाया है कि हिंदू संगठन अब अपनी योजना को बदली हुई परिस्थितियों में कैसे अंजाम देंगे।
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