नॉर्थ कोरिया की घड़ियों में 30 मिनट समय बढ़ने के बाद किम जोंग का देश साउथ कोरिया के टाइमजोन में
पिछले हफ्ते साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन और नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन एक-दूसरे से गले मिले और दोनों देशों ने आपसी संघर्ष को खत्म करने के लिए एक अहम कदम उठाया है। नॉर्थ कोरिया ने अपनी घड़ी को 30 मिनट यानी आधे घंटे के लिए बढ़ा दिया है।
सियोल। पिछले हफ्ते साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन और नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन एक-दूसरे से गले मिले और दोनों देशों ने आपसी संघर्ष को खत्म करने के लिए एक अहम कदम उठाया है। नॉर्थ कोरिया ने अपनी घड़ी को 30 मिनट यानी आधे घंटे के लिए बढ़ा दिया है। नॉर्थ कोरिया के इस कदम के साथ ही यह देश अब साउथ कोरिया के टाइम जोन में आ गया है। दोनों देशों ने आपसी मतभेद को खत्म करने के लिए पिछले दिनों कई अहम कदम उठाए हैं। सबसे अहम है नॉर्थ कोरिया का और परमाणु परीक्षण न करने का वादा दुनिया से करना।
साल 2015 में लागू हुआ प्योंगयांग टाइम
जैसे ही सियोल में आधी रात हुई, नॉर्थ कोरिया ने भी अपनी घड़ियां मिलाईं और यहां भी रात के 12 बज गए। नॉर्थ कोरिया की न्यूज एजेंसी केसीएनएस ने इस पल को 'नॉर्थ और साउथ के बीच हुईएतिहासिक समिट के बाद उठाया गया पहली प्रयोगात्मक कदम' करार दिया है। केसीएनए के मुताबिक नॉर्थ और साउथ कोरिया के एक होने की प्रक्रिया को तेज करने की दिशा में यह सबसे अहम पल है। समय में परिवर्तन का आदेश नॉर्थ कोरिया की सुप्रीम पीपुल्स एसेंबली की ओर से दिया गया था। साल 2015 में नॉर्थ कोरिया ने अपने टाइमजोन को 30 मिनट आगे बढ़ा दिया था। नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन ने इसे प्योंगयांग टाइम नाम दिया था और यह कदम जापान से इस देश को मिली आजादी के 70वें वर्ष के मौके पर यानी 15 अगस्त को उठाया गया था।
अगले हफ्ते यूएन की टीम जाएगी नॉर्थ कोरिया
अगले हफ्ते नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन का एक और बदला हुआ रूप देखने को मिलेगा जब यूनाइटेड नेशंस इंटरनेशनल सिविल ऑर्गनाइजेशन की एक टीम यहां का दौरा करेगी। यह टीम प्योंगयांग और साउथ कोरिया के इनचेयॉन के बीच एयर रूट को शुरू करने से जुड़े प्रस्ताव पर चर्चा करेगी। पिछले शुक्रवार को किम जोंग और मून जे के बीच हुई मुलाकात के बाद दोनों कोरियाई देश पिछले छह दशक से चले आ रहे युद्ध को भी खत्म करने पर राजी हो गए हैं। किम जोंग और मून जे के बीच पनमुनजोम डिक्लेयरेशन साइन हुआ है। पिछले 10 वर्ष में नॉर्थ और साउथ कोरिया के नेताओं की यह पहली मुलाकात थी। दोनों नेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप को पूरी तरह से परमाणु कार्यक्रम से मुक्त करने पर रजामंदी जाहिर की है।