बिग डील: 'परमाणु निरस्त्रीकरण' के लिए किम हुए राजी, कोरियाई प्रायद्वीप में शांति पर सहमति
पनमुनजोम। नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया की ऐतिहासिक मुलाकात के बीच किम जोंग उन ने अपने न्यूक्लियर साइट को बंद करने की सहमति जताते हुए 'कोरियाई प्रायद्वीप में पूरी तरह से परमाणु निरस्त्रीकरण' पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों ही देशों के नेताओं ने बॉर्डर पर पनमुनजोम गांव में मीटिंग में कोरिया प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता स्थापित करने के लिए वार्ता की। कोरियाई प्रायद्वीप में शांति के लिए एक दशक बाद दोनों तरफ से सहमति बनी है। कोरिया समिट में नॉर्थ कोरियाई लीडर किम जोंग उन और साउथ कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई।
ऐतिहासिक अध्याय लिख रहा हूं'
किम जोंग उन और मून के बीच एक क्लोज डोर में मुलाकात हुई। किम जोंग उन ने मुलाकात के दौरान मून से कहा, 'मुझे लगता है कि मैं नॉर्थ और साउथ के संबंधों में शांति और समृद्धि का एक नया इतिहास लिखने के बाद चमक रहा हूं।' मून ने जवाब दिया कि लोगों के बीच मुलाकात को लेकर बहुत उम्मीदें हैं कि इस मुलाकात के बाद कोरियाई देश को और दुनिया में शांति पसंद करने वाले हर व्यक्ति को एक बड़ा गिफ्ट मिलेगा।
क्रॉस बॉर्डर टॉक
दोनों तरफ से डिक्लेयरेशन में आपसी सहमति बनी कि वे अपनी-अपनी मिलिट्री आर्म में कमी लाएंगे, सीमा पर तनाव को कम करेंगे और अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता को बढ़ावा देंगे। साउथ कोरियाई राष्ट्रपति से मिलने के लिए किम जोंग उन ने शुक्रवार को दुनिया की सबसे ज्यादा संख्या में तैनात मिलिट्री फोर्स बॉर्डर डीएमजेड (Demilitarized Zone) को क्रॉस कर नया अध्याय लिखा।
बिग डील
पिछले साल कोरिया प्रायद्वीप में हालात परमाणु हमले तक पहुंच गए थे, जब अमेरिका और साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया के साथ युद्ध छेडने की बात कही थी। वहीं, अमेरिका के तट तक हमला करने वाली मिसाइल बनाने का दावा करने वाला नॉर्थ कोरिया ने डोनाल्ड ट्रंप को न्यूक्लियर अटैक की खुल्लेआम चेतावनी दी थी। लेकिन, पिछले चार माह में बहुत कुछ बदल चुका है, नॉर्थ कोरिया ने अपने न्यूक्लियर साइट बंद करने से लेकर ट्रंप से बातचीत करने का भी मन बनाया है।