नॉर्थ कोरिया ने फिर से न्यूक्लियर पॉलिसी की तरफ लौटने की दी धमकी
सियोल। नॉर्थ कोरिया ने धमकी दी है कि अगर उन लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के लिए अमेरिका विचार नहीं करता है, तो उन्हें मजबूरन फिर से उनके न्यूक्लियर पॉलिसी की तरफ लौटना पड़ेगा। नॉर्थ कोरिया ने पिछले एक दशक में अपने न्यूक्लियर पॉलिसी के तहत ना सिर्फ परमाणु हथियारों का विस्तार किया है, बल्कि कई ऐसी मिसाइलें भी बनाई है जो मानवजाति के लिए भयंकर विनाषकारी है। इसी साल जून में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर नॉर्थ कोरियाई सुप्रीम लीडर ने अपनी न्यूक्लियर पॉलिसी से हटकर अपने परमाणु हथियारों को खत्म करने का वादा किया था।
नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर कह चुके हैं कि उनका देश अब हथियारों की दौड़ से बाहर निकलकर सोशलिस्ट इकनॉमिक कंस्ट्रक्शन पर फोकस करेगा। जब नॉर्थ कोरिया ने अपने न्यूक्लियर हथियारों और न्यूक्लियर कंस्ट्रक्शन साइट्स को खत्म करने का दावा किया था, तब अमेरिका ने भी उन पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने की बात कही थी। इस बीच नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्री ने कहा कि प्रतिबंधों को लेकर अगर वॉशिंगटन अपना रवैया नहीं बदलता है, तो प्योंगयांग को फिर से अपनी पुरानी पॉलिसी की तरफ जाना पड़ सकता है।
सिंगापुर समिट के दौरान ट्रंप और किम की मुलाकात में यह तय हुआ था कि दोनों ही देश आपसी समझौते से शांति के रास्ते पर लौटेंगे, जिसमें नॉर्थ कोरिया अपने परमाणु हथियारों को खत्म करेगा और अमेरिका को आर्थिक प्रतिबंध हटाने होंगे। नॉर्थ कोरिया का दावा है कि उन्होंने जो वादा किया था उसे पूरा किया है, लेकिन अमेरिका अभी भी अपने रवैये पर कायम है।
अमेरिका का कहना है कि जब तक नॉर्थ कोरिया पूरी तरह से न्यूक्लियर मुक्त नहीं हो जाता, तब तक उन पर प्रतिबंधों को हटाने के विचार नहीं किया जा सकता। पिछले महीने नॉर्थ कोरिया ने 1,700 शब्दों में एक आर्टिकल लिखकर अमेरिका की कड़ी आलोचना की है।