उत्तर कोरिया में भयानक खाद्यान्न संकट, भूखमरी के कगार पर पहुंचा किम जोंग का देश: UN रिपोर्ट
उत्तर कोरिया को लेकर यूनाइटेड नेशंस की स्वतंत्र रिपोर्ट में डराने वाली बातों का जिक्र है और कहा गया है कि उत्तर कोरिया में लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं।
प्योंगयांग, अक्टूबर 23: उत्तर कोरिया को लेकर यूनाइटेड नेशंस की स्वतंत्र रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे किए गये हैं और बताया गया है कि उत्तर कोरिया में लोगों ने खाद्यान्न संकट की वजह से आत्महत्या करना शुरू कर दिया है। उत्तर कोरिया में मानवाधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र की स्वतंत्र रिपोर्ट में कहा गया है कि, कोविड 19 महामारी ने उत्तर कोरिया की कमर तोड़ दी है और ये देश अभी पूरी तरह से बेहाल हो चुका है।
उत्तर कोरिया पर डराने वाली रिपोर्ट
यूनाइटेड नेशंस की स्वतंत्र रिपोर्ट में कहा गया है कि, एशियाई देश उत्तर कोरिया कभी भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उतना अलग-थलग नहीं रहा, जितना आज है। उत्तर कोरिया सरकार ने पिछले करीब दो सालों से देश की सीमाएं पूरी तरह से बंद कर रखी हैं, ताकि देश में कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा पैदा नहीं हो। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि भारी प्रतिबंधों का असर "देश के अंदर लोगों के मानवाधिकारों पर काफी ज्यादा प्रभाव" पड़ा है। यूनाइटेड नेशंस के स्वतंत्र जांचकर्ता टॉमस ओजिया क्विटाना ने संयुक्त राष्ट्र महासभा मानवाधिकार समिति को बताया है कि उत्तर कोरियाई लोगों को भोजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है और उनकी आजीविका बुरी तरह से प्रभावित हुई है। इसका सबसे ज्यादा असर कमजोर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ा है और भारी संख्या में लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं।
डराने वाली रिपोर्ट
उन्होंने कहा कि जेल में बंद राजनीतिक बंदियों की स्थिति उत्तर कोरिया में काफी ज्यादा खराब हो चुकी है और जेल में उनके लिए खाने के सामान नहीं हैं। उन्होंने कहा कि, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया ने कोरोना महामारी को रोकने के लिए अपनी सीमाओं को बंद कर दिया है। क्विंटाना ने कहा कि देश में वायरल बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने खौफनाक कदम उठाए हैं औप देश को छोड़ने की कोशिश करने वाले लोगों को गोली तक मारने के आदेश दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि, उत्तर कोरिया में अस्पतालों में स्वास्थ्य सामग्रियां नहीं हैं और देश का बुनियादी ढांचा बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र पर्यवेक्षक ने आगे कहा कि, सीमाओं को बंद करने से लोगों के स्वास्थ्य के अधिकार पर "विनाशकारी प्रभाव" पड़ेगा।
उत्तर कोरिया को लेकर 6 साल बाद रिपोर्ट
उत्तर कोरिया में मानवाधिकारों को लेकर संयुक्त राष्ट्र के स्पेशल पर्यवेक्षक ने छह साल बाद महासभा को अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपी है। जिसमें रिपोर्ट तैयार करने वाले ओजिया क्विंटाना ने कहा कि "देश में आंदोलन करने पर पाबंदी है, आवाजाही पर प्रतिबंध लगा है, राष्ट्रीय सीमाओं को बंद कर दिया गया, हर देश से संपर्क काट दिया गया है, लोगों के देश से बाहर निकलने पर पाबंदी है, लिहाजा देश की स्थिति काफी खराब होती जा रही है।'' उन्होंने कहा कि, ''नॉर्थ कोरिया के लोगों को फौरन बुनियादी सामानों की जरूरत है, नहीं तो देश की बड़ी आबादी के सामने भूख से मरने की नौबत आ जाएगी।
क्या कर रहे हैं किम जोंग उन
रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को देश में उत्पन्न हुई खाद्य संकट के बारे में जानकारी है और उन्होंने भुखमरी को रोकने के लिए कुछ कदम उठाने की कोशिश की है, लेकिन वो कदम अपर्याप्त हैं। देश की बंद सीमाओं की वजह से नॉर्थ कोरिया की मदद नहीं हो पा रही है और आर्थिक प्रतिबंधों ने नॉर्थ कोरिया की कमर को तोड़ दिया है। सीमा बंद होने की वजह से देश में जीवन रक्षक मानवीय सहायता नहीं पहुंच पा रही हैं। स्वतंत्र पर्यवेक्षक ने कहा कि, इस वक्त उत्तर कोरिया में संयुक्त राष्ट्र का कोई अंतर्राष्ट्रीय कर्मचारी या फिर राजनयिक उत्तर कोरिया में नहीं है।
भूखे रहकर जंग की तैयारी
उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण कर खलबली मचा दी है। आए दिन हथियारों को लेकर कुछ ना कुछ टेंशन देने वाले देश नार्थ कोरिया ने फिर से सुपरपावर अमेरिका को खुलेआम चुनौती दे दी है। न्यूज एजेंसी एएफपी ने कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के हवाले से बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की जानकारी दी है। वहीं उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने परीक्षण के एक दिन बाद यानी बुधवार को पनडुब्बी (submarine) से नई बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चिंग की पुष्टि की है।
टेंशन में दक्षिण कोरिया और जापान!
दक्षिण कोरियाई सैन्य सूत्रों का मानना है कि उत्तर कोरिया ने पनडुब्बी से लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। यूएस/एसके खुफिया अधिकारियों ने परीक्षण के संकेतों की पहचान की, जो प्रक्षेपण स्थल की निगरानी कर रही थी। दक्षिण कोरिया की सेना ने एक अलर्ट में कहा है कि उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट से समुद्र में प्रक्षेपण किया है। दक्षिण कोरिया के मुताबिक दक्षिण कोरियाई सेना के अनुसार उत्तर कोरिया ने जापान के समुद्री तट के पास पनडुब्बी से SLBM दागी है। जो 60 किमी की अधिकतम ऊंचाई पर लगभग 450 किमी की दूरी तक गई।
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