
शक्ति का दुरुपयोग करने वालों पर गिरेगी गाज, जानें 'तानाशाह' का प्लान
प्योंगयांग, 13 जून : उत्तर कोरिया (North Korea) इस वक्त कोरोना महामारी की चपेट में है। संयुक्त राष्ट्र भी देश में आए महामारी को लेकर काफी चिंतित है। वहीं, अमेरिका पहले ही कह चुका है कि वह नॉर्थ कोरिया की ऐसे समय में सहायता करना चाहता है लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया है। वहीं, खबर है कि कोरोना महामारी के बीच उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता और उनके टॉप लेवल के अधिकारियों ने उन अधिकारियों पर कार्रवाई करने पर जोर दिया है जो अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हैं। किम कोरोना महामारी में अपने अधिकारियों के बीच आंतरिक एकता चाहते हैं, ताकि देश से कोरोना महामारी को दूर किया जा सके।

किम की कार्रवाई
यह स्पष्ट नहीं था कि रविवार को सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की बैठक में किन विशिष्ट कृत्यों का उल्लेख किया गया था। वहीं, आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि किम और पार्टी के अन्य वरिष्ठ सचिवों ने "पार्टी के कुछ अधिकारियों के बीच सत्ता के दुरुपयोग और नौकरशाही सहित निराधार और गैर-क्रांतिकारी कृत्यों के खिलाफ कार्रवाई करने पर चर्चा की। केसीएन के अनुसार किम ने पार्टी के अखंड नेतृत्व और मजबूत अनुशासन प्रणाली के माध्यम से पार्टी की व्यापक राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पार्टी के ऑडिटिंग कमीशन और अन्य स्थानीय अनुशासन पर्यवेक्षण प्रणालियों के अधिकार को मजबूत करने का आदेश दिया।
नॉर्थ कोरिया का कोरोना में हाल
बता दें कि, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने इससे पहले भी देश की नाजुक अर्थव्यवस्था को लेकर अपना नजरिया पेश कर चुके हैं। बता दें कि, नॉर्थ कोरिया की अर्थव्यवस्था जो इस समय काफी लचर अवस्था में है, उसके लिए वहां की सरकार का कुप्रबंधन जिम्मेदार है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया की हरकतों की वजह से उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। बता दें कि, कोरोना महामारी के कारण सीमा को बंद करने कारण भी उत्तर कोरिया की स्थिति खराब हुई है।
कोरोना महामारी का प्रकोप
उत्तर कोरिया ने 12 मई को यह स्वीकार किया था कि, उनके देश में लोगों कोरोना के नए ओमीक्रोन वेरिएंट से लोग संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद वहां भारी संख्या में लोगों में बुखार के लक्षण पाए गए। अब तक वहां 72 लोगों की मौत खबर सामने आई है। विदेशी विशेषज्ञों का मानना है कि, नॉर्थ कोरिया के तानाशाह ने होने वाले राजनीतिक नुकसान से बचने के लिए कोरोना महामारी से संबंधित आंकड़ों में बड़ा हेरफेर किया है।
पिछले हफ्ते वर्कर्स पार्टी के एक सम्मेलन के दौरान, किम ने दावा किया कि महामारी की स्थिति 'गंभीर संकट' के चरण से गुजर चुकी है और अधिकारियों को "महामारी विरोधी कार्य में कमियों और बुराइयों" को दूर करने और देश के निर्माण के लिए कदम उठाने का आदेश दिया है।
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