बहन नहीं, किम जोंग उन के 65 साल के चाचा के हाथों में सौंपी जा सकती है नॉर्थ कोरिया की बागडोर!
प्योंगयांग। नॉर्थ कोरिया के शासक किम जोंग उन की हालत कैसी है, इस बारे में लोगों को कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। इन सबके बीच उनके चाचा एक बार फिर से खबरों में आए गए हैं। किम जोंग उन के चाचा 40 साल बाद अचानक से नॉर्थ कोरिया में सक्रिय हो गए हैं। हालांकि उन्हें अभी तक किनारे करके रखा गया है लेकिन माना जा रहा है कि किम के चाचा नॉर्थ कोरिया के अगले तानाशाह हो सकते हैं। पिछले कुछ दिनों से किम जोंग के स्वास्थ्य को लेकर कई तरह की खबरें आ रही हैं मगर सही स्थिति क्या है कोई नहीं जानता है।
पिछले वर्ष देश लौटे हैं चाचा
36 साल के किम जोंग इन का उत्तराधिकारी कौन होगा, कोई नहीं जानता है। नॉर्थ कोरिया के मामलों पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों की मानें तो किम प्योंग इल को अगला शासक बनाया जा सकता है। 65 साल के किम प्योंग इल, किम इल सुंग के बेटे हैं। किम इल सुंग ही नॉर्थ कोरिया के फाउंडर थे। साल 1970 में अपने भाई और किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल से हारने के बाद वह एकदम किनारे कर दिए गए थे। साल 1994 से 2011 तक किम जोंग के पिता ही देश पर शासन कर रहे थे। किम प्योंग इल ने चार दशक हंगरी, बुल्गरिया, फिनलैंड, पोलैंड और चेक रिपब्लिक में कई राजनयिक पदों पर रहते हुए बिताया है। पिछले वर्ष वह राजधानी प्योंगयांग वापस लौट आए हैं।
फिलहाल चाचा नजरबंदी में
अभी तक किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग को लेकर खबरें आ रही थीं। कहा गया था कि बहन किम यो जोंग जो किम जोंग उन के काफी करीब हैं, वह देश की बागडोर अपने हाथों में ले सकती हैं। लेकिन किम यो जोंग एक महिला हैं और इस वजह से कई पुराने ख्यालों वाले पुरुष नेताओ को उनके नाम पर आपत्ति है। इसके अलावा उनकी उम्र भी बस 30 साल है और ऐसे में उनके हाथ में कमान सौंपी जाएगी, इसे लेकर कई तरह की शंकाएं हैं। यूके में नॉर्थ कोरिया के डिप्टी-एंबेसडर रहे थाए यंग हो का कहना है कि समस्या यही है कि किम यो जोंग के हाथ में सत्ता जाने का मतलब पुरुष नेता उन्हें काम नहीं करने देंगे। हालात बहुत ही अव्यवस्थित हो सकते हैं और इसलिए अब नेतृत्व कोशिशें कर रहा है कि किम प्योंग इल को वापस लाया जाए। चाचा किम प्योंग इल फिलहाल नजरबंदी में हैं और थाए का कहना है कि वह अब सत्ता का केंद्र हैं।