उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन चाहते हैं, ट्रंप से रिश्ते खत्म करे साउथ कोरिया
सियोल। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से कहा है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सारे संबंध खत्म कर लें। नॉर्थ और साउथ कोरिया में वामपंक्षी विचारधारा वाले ऐसे लोग जो राष्ट्रपति मून के समर्थक हैं, चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध बहाल हो जाएं लेकिन अब किम ने यह मांग साउथ कोरिया के सामने रख दी है। नॉर्थ कोरिया ने मंगलवार को साउथ कोरिया के साथ हर तरह के संबंध खत्म कर लिए हैं।
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मून जे इन पर संबंध सुधारने का दबाव
नॉर्थ कोरिया ने ऐलान किया है कि वह अपने 'दुश्मन' साउथ कोरिया से सैन्य और राजनीतिक संपर्क खत्म करेगा। यह फैसला कुछ एक्टिविस्ट्स की तरफ से नॉर्थ कोरिया के खिलाफ पर्चें बांटने के चलते लिया गया है। आपको बता दें कि साल 2018 में साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन और नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच तीन मीटिंग्स हुई थीं लेकिन इसके बाद भी दोनों देशों के बीच टकराव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने साल 2017 में अपने चुनावी अभियान में वादा किया था कि वह दुश्मन के साथ स्थायी शांति बहाल करेंगे। इस वर्ष अप्रैल में चुनाव हुए और मून जे को भारी विजय हासिल हुई। अब उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से लगातार मांग की जा रही है कि नॉर्थ कोरिया के साथ संबंध सुधारे जाएं। अमेरिका और साउथ कोरिया के बीच हर वर्ष एक मिलिट्री एक्सरसाइज होती है। यह मिलिट्री एक्सरसाइज हमेशा से ही किम जोंग उन के लिए सिरदर्द बनी हुई है।
साउथ कोरिया से खफा उत्तर कोरिया
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) की तरफ से बताया गया है उत्तर कोरिया एक अंतर-कोरियाई संपर्क कार्यालय में संचार की लाइन और राष्ट्रपति कार्यालयों के बीच हॉटलाइन को खत्म कर देगा। नौ जून रात 12 बजे से लाइन बंद हो जाएगी। केसीएनए के मुताबिक नॉर्थ कोरिया के लोग साउथ कोरिया के अधिकारियों के विश्वासघाती और चालाक व्यवहार से नाराज हैं, जिसके चलते यह फैसला लिया गया। इसके अलावा दोनों देशों की सेनाओं के बीच पूर्व और पश्चिम समुद्र संपर्क लाइन को भी बंद किया जा रहा है। नॉर्थ कोरिया के युवा और छात्राओं ने प्योंयांग में नौ जून को एक रैली आयोजित की थी। कहा जा रहा है कि साउथ कोरिया की सीमा से नॉर्थ कोरिया विद्रोहियों की तरफ से कई बार गुब्बारे उड़ाए जाते हैं। इन गुब्बारों पर तानाशाह किम जोंग उन के परमाणु कार्यक्रमों का विरोध होता है और भला-बुरा कहा जाता है। कई बार उनमें अपशब्द भी लिखे होते हैं।