जिनपिंग के बाद अब 27 अप्रैल को साउथ कोरिया के राष्ट्रपति से मिलेंगे नॉर्थ कोरिया के किम जोंग उन
चानक चीन जाकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करने के बाद अब नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन साउथ कोरिया के नेताओं से मुलाकात करेंगे। किम जोंग और उनके साउथ कोरियन समकक्ष की मुलाकात 27 अप्रैल को होगी। दोनों प्रतिद्वंदी देशों के नेताओं की यह तीसरी मुलाकात होगी।
सियोल। अचानक चीन जाकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करने के बाद अब नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन साउथ कोरिया के नेताओं से मुलाकात करेंगे। किम जोंग और उनके साउथ कोरियन समकक्ष की मुलाकात 27 अप्रैल को होगी। दोनों प्रतिद्वंदी देशों के नेताओं की यह तीसरी मुलाकात होगी। गुरुवार को साउथ कोरिया के अधिकारियों की ओर से इस मुलाकात की तारीखों की ऐलान किया गया है। गुरुवार को किम जोंग उन चीन का दौरा पूरा करके बीजिंग से राजधानी प्योंगयांग पहुंचे हैं। दोनों नेताओं की मुलाकात नार्थ और साउथ कोरिया के बीच स्थित डिमिलिट्राइज्ड जोन यानी बिना सैनिकों वाले क्षेत्र में होगी। इस मुलाकात के बाद मई के अंत में किम जोंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हो सकती है।
साल 2007 के बाद से पहली समिट
साल 2007 के बाद से पहली बार एक दिन की इंटर-कोरियन समिट का आयोजन हो रहा है। दोनों की मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब कई देशों ने नॉर्थ कोरिया को परमाणु परीक्षण से रोकने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। किम जोंग उन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को संदेश दे दिया है कि वह डि-न्यूक्लियराइज यानी परमाणु अप्रसार के लिए इच्छुक हैं। दोनों देशों के बीच स्थित पानमुनजोम गांव में इस समिट के लिए पहले दोनों देश राजी हो गए थे हालांकि उस समय मुलाकात की तारीखों पर कोई भी फैसला नहीं हुआ था। पांच मार्च को प्योंगयांग में किम जोंग उन से साउथ कोरिया का एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की थी और इसके बाद ही दोनों पक्षों की ओर से समिट पर रजामंदी हुई। इस मुलाकात में समिट की जगह पर भी बात हुई थी और इसे मुलाकात को साउथ कोरिया की तरफ स्थित एक बिल्डिंग में कराने पर चर्चा हुई थी।
सहज नजर आए दोनों देश
गुरुवार को दोनों देशों के बीच समिट से जुड़ी सभी तरह की बातचीत हुई जिसमें तारीख से लेकर और कई अहम बिंदु शामिल थे। खास बात है कि पूरी वार्ता काफी आसानी से हुई। इस दौरान सियोल से आए प्रतिनिधि और नॉर्थ कोरिया के अधिकारियों ने दिन में दो बार मुलाकात की और हर बार मुलाकात एक घंटे से भी कम थी। इसके बाद दोनों देश 27 अप्रैल की तारीख पर राजी हुए। नॉर्थ कोरिया के चीफ नेगोशिएटिर री सोन ग्वान की ओर से कहा गया है कि साउथ कोरिया के वार्ताकार काफी सहज थे। साउथ कोरिया के यूनिफिकेशन मिनिस्टर और चीफ नेगोशिएटर चो म्यूओंग ग्योन ने इस दौरान कहा, 'आप हमेशा मेरा दिमाग पढ़ लेते हैं।' उनकी इस बात पर दोनों तरफ के अधिकारियों और मीडिया के लोगों ने जमकर ठहाके लगाए।
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