नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन फॉलो कर रहे हैं बहन के ऑर्डर, तो क्या पहली महिला तानाशाह होंगी किम यो जोंग!
प्योंगयांग। नॉर्थ कोरिया में बड़ा परिवर्तन अगले कुछ दिनों में सबके सामने आ सकता है। वॉशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ मंगलवार को सभी संबंध खत्म करने के बाद उसे अल्टीमेटम दे दिया है। नॉर्थ कोरिया ने अपने पड़ोसी से दो टूक कहा है कि अब उसे कॉल करने की जरूरत नहीं है। वहीं वॉशिंगटन पोस्ट ने यह जानकारी भी दी है कि साउथ कोरिया के मसले पर नेता किम जोंग उन अपनी बहन किम यो जोंग के आदेश मान रहे हैं। नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया के लिए अपनी नीतियों को पहले से और ज्यादा सख्त कर लिया है।
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किसी ने नहीं उठाया ऑफिस में फोन
सियोल की यूनिफिकेशन मिनिस्ट्री की तरफ से बताया गया है कि नॉर्थ कोरिया लाइजन ऑफिस में जब कॉल किया गया तो किसी ने फोन नहीं उठाया था। साल 2018 में इस ऑफिस को शुरू किया गया था। तब से रोजाना दोनों देशों के बीच दिन में दो बार फोन पर बात होती। सुबह नौ बजे और फिर शाम पांच बजे फोन पर होने वाली वार्ता से संबंधों में नरमी आने के संकेत मिलने लगे थे। लेकिन सोमवार और फिर मंगलवार को ऑफिस में किसी ने फोन नहीं उठाया था। साउथ कोरिया के रक्षा मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि मिलिट्री हॉटलाइन के जरिए नॉर्थ कोरिया को जो कॉल की गई उसका भी जवाब नहीं आया।
बहन की धमकी के बाद बड़ा फैसला
नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया के साथ संबंध उस समय तोड़ें हैं जब किम की बहन किम यो जोंग ने धमकाया था। कहा जा रहा है कि साउथ कोरिया से जुड़े मसलों की जिम्मेदारी अब किम की बहन पर आ गई है। शनिवार को ही किम की बहन ने साउथ कोरिया से सभी संबंध खत्म करने के लिए धमकाया था। इसके बाद मंगलवार को हर तरह का संपर्क बंद हो गया। साझा संपर्क ऑफिस तो बंद किया ही गया, साथ ही काइसोंग जो बॉर्डर पर स्थित एक इलाका है वहां पर फैक्ट्री पार्क को भी बंद कर दिया गया। किम यो जोंग पिछले कुछ समय से राजधानी प्योंगयांग में तेजी से सक्रिय हैं। उनका रोल भी बढ़ता जा रहा है।
धमकी से डरा साउथ कोरिया
शनिवार को एक खबर आई थी जिसमें कहा गया था कि साउथ कोरिया ने किम की बहन 31 साल की बहन किम यो जोंग की धमकियों के आगे घुटने टेक दिए हैं। किम की बहन की धमकी से घबराकर साउथ कोरिया ने नया कानून बनाने का फैसला किया है। पिछले दिनों साउथ कोरिया की सीमा पर नॉर्थ कोरिया विरोधी पर्चे फहराए गए थे। किम की बहन किम यो जोंग ने इस पर साउथ कोरिया को धमकाया था। उनकी धमकी से डरकर साउथ कोरिया की सरकार ने कहा कि वह कूटनीतिक उद्देश्यों और हितों को खतरे में डालने वाले विरोध प्रदर्शन करने जैसे कदमों पर बंदिश लगाने के लिए वह नए कानून लाएगी।
भाई की तरह ही हैं तानाशाह
पिछले दिनों जब किम जोंग उन की हालत खराब होने की खबरें आई थीं तो कहा गया था कि 31 साल की किम यो जोंग बहन देश का शासन संभाल सकती हैं। राजनीति के विश्लेषकों के मुताबिक किम की बहन किम यो जोंग भी अपने भाई की ही तरह तानाशाह और बाकी गुण भी भाई जैसे ही हैं। किम की बहन, पिछले दो वर्षो से नॉर्थ कोरिया की सत्ता में एक बड़े नाम के तौर पर सामने आ रही हैं। पिछले माह उन्होंने साउथ कोरिया को 'एक डरा हुआ कुत्ता जो भौंकता है' ऐसे कहकर संबोधित किया था। अपने दुश्मन को भाई की तरह संबोधित करने वाली उनकी टिप्पणी ने किसी को ज्यादा चौंकाया नहीं था।
मिलिट्री अफेयर्स की जानकार
किम की बहन किम यो जोंग को कुछ माह पहले हुई लाइव फायर मिलिट्री एक्सरसाइज में भी देखा गया था। साउथ कोरिया की राजधानी सियोल के योनसेई यूनिवर्सिटी में रिसर्चर योंगशिक बोंग कहते हैं, 'यह बात हैरान करने वाली है कि किम जोंग उन ने अपनी बहन को साउथ कोरिया के बारे में बयान लिखने और उसे बोलने की मंजूरी दी थी।नॉर्थ कोरिया के मामलों के जानकार और सीनियर लेक्चरार लियोनिड पेट्रोव कहते हैं कि बहन किम के पास ही इतनी ताकत है कि वह भाई किम जोंग उन से किसी भी समय मिल सकती हैं। भाई पर बहन का प्रभाव काफी है। उनका कहना है कि वह मिलिट्री अफेयर्स से नहीं जुड़ी हैं मगर उन्हें हर बात की जानकारी है।
भाई पर बहन का पूरा प्रभाव
लियोनिड के मुताबिक किम यो जोंग वह नॉर्थ कोरिया की ऐसी राजनीतिक शख्सियत हैं जो सार्वजनिक तौर पर किम की छवि को सकारात्मक बनाए रखने में मदद करती हैं खासतौर पर जब वह विदेशी या साउथ कोरिया के लोगों से मुलाकात करते हैं।26 सितंबर 1988 को जन्मी किम जो योंग नॉर्थ कोरिया के पूर्व तानाशाह किम जोंग इल की बेटी और देश की स्थापना करने वाले किम इल सु्ंग की सबसे छोटी पोती हैं। वह नॉर्थ कोरिया के पोलित ब्यूरो की सदस्य हैं और साथ ही देश की वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया के प्रपोंगेडा विभाग की डायरेक्टर हैं। किम की बहन पहली बार साल 2018 में उस समय खबरो में आई थीं जब किम जोंग उन साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से मुलाकात करने वाले थे।
भाई की इमेज बदलने वाली बहन
नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच तनाव कम करने का श्रेय बहन को दिया गया था। फरवरी 2018 में किम यो जोंग अपने परिवार से पहली सदस्य थीं जो साउथ कोरिया गई थीं। किम की बहन उस समय ओलंपिक्स के उद्घाटन के लिए गई थीं। यहां पर उन्होंने साउथ कोरिया के राष्ट्रपति और कई और व्यक्तियों से मुलाकात की थी। किम जोंग की बहन उनकी सबसे बड़ी राजदार हैं। वह अपने भाई के साथ ही कई वर्षों तक स्विट्जरलैंड में रही हैं। अक्टूबर 2017 से ही वह अपने भाई की इमेज को बदलने की कोशिशें कर रही थीं। किम यो जोंग को बहुत कम ही मौकों पर सार्वजनिक तौर पर देखा गया था। मीडिया में भी उनका नाम कभी नहीं आता था।